पीयू के स्टूडेंट्स ने बनाई एप, चंडीगढ़ से दिल्ली कैब महज 875 रुपये में
पांच लाख रुपये के खर्च से बनी 'गो क्विको' को 30 मई को प्ले स्टोर पर अपलोड कर दिया गया है।
By Edited By: Published: Thu, 31 May 2018 07:15 AM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 08:58 PM (IST)
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : पीयू के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग (यूआइईटी) के स्टूडेंट्स ने ऐसी एप तैयार की है, जिस पर आप कैब बुक कर चंडीगढ़ से दिल्ली महज 875 रुपये में जा सकते हैं। अधिकारिक तौर कैब को 30 मई को प्ले स्टोर पर अपलोड कर दिया गया। एप स्टार्टअप आइडिया के तहत बनाई गई। चंडीगढ़ से दिल्ली करीब 250 किलोमीटर है और आम तौर पर कैब चालक करीब 35 सौ से 4 हजार रुपये वसूलते हैं। पर इस एप पर कैब बुक करने का प्रति किलोमीटर रेट 3 रुपये 50 पैसे है। इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर के परिचय व रानो अग्रवाल और चौथे साल के स्टूडेंट जशन ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 'गोक्विको' द्दश्रह्नह्वद्बष्द्मश्र नामक एप को बनाने में करीब 5 लाख का खर्च आया है। इसके लिए उन्होंने वेबसाइट भी लांच की। इसे बनाने में 6 से 8 महीने का समय लगा। रानो ने बताया कि कुछ पैसा तो उन्होंने घर से लिया कुछ खुद कमाया। सीयू यूनिवर्सिटी में कंपीटिशन में जीती एक लाख की रकम भी स्टार्टअप पर लगा दी। एप के साथ कुछ स्कीम भी दी गई हैं। एप की कमाई में से सातवां हिस्सा स्टूडेंट्स का होगा बाकी ड्राईवर्स का। इसके तहत यूजर्स डिजिटल पेमेंट भी कर सकता है। शेय¨रग के कारण मिल रही इतने खर्चे में एप की ऑनर रानो अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली का सफर इतने कम रेट में इसलिए है क्योंकि कैब शेय¨रग के रूप में दिल्ली तक जाएगी। दो या इससे अधिक सवारी होने के चलते ड्राइवर को भी मुनाफा होगा। 3 रुपये में 50 पैसे किमी के रेट में से तीन रुपये प्रति सवारी ड्राइवर को मिलेंगे। अगर दो या इससे अधिक सवारियां एक साथ जाएंगी तो उनको व ग्राहक को फायदा होगा। दो सवारी नहीं मिलने पर ड्राइवर सवारी को अकेले ही लेकर जाएगा। उसका खर्च कपंनी वहन करेगी। ऐसे काम करेगी शेय¨रग कोई भी दो व्यक्ति जिन के बीच की दूरी अढ़ाई किलोमीटर से कम है और उनके गंतव्य के बीच में भी इतनी है दूरी है तो उन दोनों को कैब एक साथ दिल्ली लेकर जाएगी। रानो अग्रवाल के अनुसार चंडीगढ़ से रोज दस हजार के करीब लोग दिल्ली में जाते हैं। इसी से उनको आइडिया आया और उन्होंने कैब के रूप यह सर्विस शुरू की। ऐसे करेगी एप काम कैब में ड्राइवर और राइडर दोनों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। ड्राइवर्स के रजिस्ट्रेशन के बाद इच्छुक राइडर्स एप में अपनी डिटेल भरेगा। इसके बाद उसके डेस्टिनेशन पर या इसके नजदीक जाने वाले दूसरे व्यक्ति को मिलने पर मोबाइल पर मैसेज आएगा। राइडर की संख्या के अनुसार सीट्स बुक होंगी। सिस्टम अपने आप दो ऐसे लोगों को ढूंढ लेगा जिनका गंतव्य एक दूसरे के नजदीक है। बेहद सेफ भी महिलाओं के लिए एप का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं का सफर पूरी तरह से सुरक्षित होगा, क्योंकि इसको सोशल मीडिया से जोड़ा गया है। इसके अलावा कैब की सवारी कर रही महिला अपनी लोकेशन किसी जानकार या रिश्तेदार के साथ शेयर भी कर सकेगी। किसी भी चुने हुए कांटेक्ट को तुरंत आप एप के माध्यम से संदेश भेज सकते हो।
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