जिंदगी से कीमती कुछ नहीं, दिव्यांग कासिम जरूरतमंदों के लिए तैयार कर रहे मास्क
मोहम्मद कासिम बैग बनाने का काम करते हैं। लेकिन आजकल वे पूरा समय मास्क बनाने को दे रहे हैं।
चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। मुश्किल हालात में किसी भी इंसान का छोटा सा योगदान भी दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन जाता है। इन दिनों ट्राईसिटी में कोरोना संक्रमण से हर कोई परेशान है। शहर में कोरोना के मामले बढ़ने से अब लोगों को और अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण की अभी तक कोई वेक्सीन नहीं है, ऐसे में फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना ही बचाव है। प्रशासन द्वारा कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क लगाए निकलने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। मार्केट में मास्क की सप्लाई भी कम हो गई है। डॉक्टर लोगों को घर में तैयार मास्क प्रयोग करने की सलाह दे रहे हैं।
मनीमाजरा निवासी दिव्यांग मोहम्मद कासिम बैग बनाने का काम करते हैं। लेकिन आजकल वे पूरा समय मास्क बनाने को दे रहे हैं। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कासिम ने बताया कि लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उन्होंने कपड़े का मास्क बनाना शुरू किया। लॉकडाउन के बीते दिनों में कासिम तीन सौ से अधिक मास्क खुद सिलाई कर लोगों को बांट चुके हैं। हर रोज 25 से 30 मास्क तैयार कर रहे हैं। 35 साल के कासिम ने कहा कि इस समय लोगों की जान मुश्किल में है, ऐसे में उसका फर्ज बनता है कि वह भी समाज में अपना योगदान दें। कासिम घर पर ही मास्क तैयार करते हैं। जिसमें वह पुराने कपड़े और जाली का प्रयोग करते हैं। इस नेक काम में बड़े भाई मोहम्मद हासिम भी पूरी मदद कर रहे हैं।
मास्क के लिए क्यों लें किसी से पैसा
हासिम बताते हैं कि मास्क तैयार कर जरूरतमंदों को बांटने की जिम्मेदारी उनकी है। मास्क बनाने के लिए सूती कपड़े का अधिक प्रयोग किया जाता है। यह मास्क काफी मजबूत और कई दिनों तक धो कर प्रयोग में लाया जा सकता है। बच्चों के साइज के मास्क तैयार भी तैयार कर देते हैं। किसी से भी मास्क के लिए कोई पैसा नहीं लेते। आपका प्रयास समाज के लिए बनेगा मिसाल कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे हालात में सभी लोगों के लिए यह जरूरी है कि मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ें। ऐसे में आप भी परिवार के साथ मिलकर पुराने कपड़ों से मास्क बना सकते हैं। अगर आप भी ऐसा ही कुछ खास कर रहे हैं तो दैनिक जागरण आपके योगदान को सभी के साथ साझा करेगा। ऐसे कर्तव्यनिष्ठ लोगों की जानकारी हेल्पलाइन नंबर 7814197100 पर दें।