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चंडीगढ़ में वैक्सीन और ऑक्सीजन की कमी नहीं, 70 हजार डोज और 21 लाख लीटर ऑक्सीजन हर दिन हो रही जनरेट

देश के कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कमी सामने आई है। लेकिन सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं। क्योंकि शहरवासियों के लिए कोरोना वैक्सीन की 70 हजार डोज स्टॉक में रखी गई है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 11:48 AM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 11:48 AM (IST)
चंडीगढ़ में वैक्सीन और ऑक्सीजन की कमी नहीं, 70 हजार डोज और 21 लाख लीटर ऑक्सीजन हर दिन हो रही जनरेट
चंडीगढ़ में वैक्सीन और ऑक्सीजन की कमी नहीं।

चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। देश के कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कमी सामने आई है। लेकिन सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं। क्योंकि शहरवासियों के लिए वैक्सीन की 70 हजार डोज स्टॉक में रखी गई है। इनमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) में 20 हजार, गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच-16) में 20 हजार और पीजीआइ चंडीगढ़ में 30 हजार वैक्सीन की डोज उपलब्ध रखी गई है। वैक्सीन के इस स्टॉक से अगले 10 दिन तक सभी 65 वैक्सीनेशन सेंटर पर निरंतर लोगों का टीकाकरण किया जा सकता है।

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चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी भी प्रकार से ऑक्सीजन की कमी के कारण जूझना न पड़े। इसके लिए तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। ये तीन ऑक्सीजन प्लांट जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और सेक्टर-48 के सिविल अस्पताल में लगाए गए हैं। ये तीनों ऑक्सीजन प्लांट एक मिनट में 500 एमएल तक प्रकृति से सीधा ऑक्सीजन गैस जेनरेट कर रहे हैं। यानी एक मिनट में 1500 एमएल और एक दिन में तीनों ऑक्सीजन प्लांट से 21 लाख लीटर ऑक्सीजन पैदा की जा रही है। एक ऑक्सीजन प्लांट पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

बस बेड की कमी से हो सकती है परेशानी

स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ऑक्सीजन सिलेंडर और वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। बस चिंता है तो बेड की। जिस प्रकार रोजाना शहर में 400 से अधिक कोरोना संक्रमित मामले आ रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनाें में अस्पतालों में बेड की कमी हो सकती है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर बेड की कमी को पूरा करने के लिए शहर के कई धर्मशाला, स्कूल, हॉल और कम्युनिटी सेंटर को आइसोलेशन वार्ड में तबदील किए जाने को लेकर प्लानिंग की जा चुकी है। जरूरत पड़ने पर इन जगहों को कोविड वार्ड में तबदील किया जाएगा। ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हाे सके।

पीजीआइ में 75 फीसद बेड फुल

पीजीआइ में इस समय 2 हजार बेड उपलब्ध हैं। इनमें से 75 फीसद बेड पर मरीज एडमिट हैं। ऐसे में बाकी 25 फीसद बेड का इस्तेमाल कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए किया जा सकता है। अब तक पीजीआइ में 7,011 हेल्थ केयर कर्वर को पहली डोज और 3,683 को दूसरी डोज लगवा चुके हैं। जबकि पब्लिक में 3,211 लोग पहली डोज और 259 दूसरी डोज लगवा चुके हैं। पीजीआइ में अब तक कोविशील्ड वैक्सीन की 14,164 डोज लगाई जा चुकी है।


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