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चंडीगढ़-पंचकूला में कनेक्टिविटी के लिए नए रास्ते का काम शुरू

चंडीगढ़ से पंचकूला जाने के लिए अभी सिर्फ तीन ही हैं रास्ते।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 10:12 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:07 AM (IST)
चंडीगढ़-पंचकूला में कनेक्टिविटी के लिए नए रास्ते का काम शुरू
चंडीगढ़-पंचकूला में कनेक्टिविटी के लिए नए रास्ते का काम शुरू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ से पंचकूला में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक नए रास्ते के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है। यह रास्ता रेलवे लाइन पर नया अंडरब्रिज बनाने के बाद फोरलेन बनेगा। चंडीगढ़ सेक्टर-28/इंडस्ट्रियल एरिया लाइट प्वाइंट से (रेलवे लाइट प्वाइंट से रेलवे स्टेशन रोड पर) लेकर गरचा चौक से रेलवे कॉलोनी के साथ-साथ सेक्टर-17-18 पंचकूला की रोड तक यह रोड कनेक्ट होगा। इस रोड पर यूटी इंजीनियरिग डिपार्टमेंट ने काम शुरू कर दिया है। इंडस्ट्रियल एरिया में रोड चौड़ा करने और सुखना चौ पुलिया पर बड़ा ब्रिज बनाने के लिए सर्वे शुरू हो गया है। कुछ दिनों में इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होकर ग्राउंड लेवल पर काम शुरू हो जाएगा। नए रोड के लिए रेलवे स्टेशन से 100 गज पहले रेलवे अंडरब्रिज बनाया जाएगा। ब्रिज बनाने का काम इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (आइआरएसडीसी) करेगी। एप्रोच रोड पंचकूला और चंडीगढ़ करेंगे तैयार

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नए रास्ते के लिए रेलवे लाइन पर आरयूबी आरईआरएसडीसी तैयार करेगी, तो वहीं कनेक्टिविटी के लिए एप्रोच रोड चंडीगढ़ की तरफ यूटी प्रशासन और पंचकूला की तरफ हुडा डेवलप करेगी। फोरलेन रोड के लिए कुछ जमीन का अधिग्रहण भी होगा। इसके बनने से चंडीगढ़-पंचकूला से रेलवे स्टेशन पर आने वाले ट्रैफिक को नया रूट मिलेगा। रूट को चंडीगढ़- पंचकूला से आने जाने वाला ट्रैफिक भी इस्तेमाल कर सकेगा। हेवी व्हीकल को मिलेगा नया रूट

सिर्फ कार टू व्हीलर ही नहीं, नए रूट पर हेवी व्हीकल भी बेरोकटोक चल सकेंगे। चंडीगढ़ से पंचकूला जाने वाले डेली वेजर्स को एक और रास्ता मिलेगा। सुबह और शाम को पंचकूला से चंडीगढ़ या चंडीगढ़ से पंचकूला जाने वालों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल सकेगा। इससे मध्यमार्ग पर वाहनों का बोझ सीधा आधा हो जाएगा। जिससे वाहनों की कतार लंबी नहीं होंगी। रेलवे स्टेशन के लिए नया शॉर्टकट रोड मिलेगा। रेलवे अफसरों का कहना है कि इसकी प्लानिग तो आइआरएसडीसी ने बनाई है, खर्चा भी वही करेगा। लेकिन इसके लिए एप्रोच रोड और पुलिया बनाने में यूटी प्रशासन, एमसी और हुडा का अहम रोल रहेगा। अभी शुरुआती प्लानिग है। मोहाली के लिए नौ तो पंचकूला के लिए तीन ही रास्ते

चंडीगढ़ से पंचकूला मोहाली के बीच रोजाना लाखों वाहनों की आवाजाही रहती है। मोहाली की तरफ दिक्कत इसलिए नहीं रहती, क्योंकि नौ रास्ते आने-जाने के लिए हैं। जबकि पंचकूला के लिए केवल तीन ही रास्ते हैं। इसमें भी मध्य और दक्षिण मार्ग पर वाहनों का बोझ सर्वाधिक रहता है। इस रोड के बाद रेलवे के प्रोजेक्ट में ही कलाग्राम के पास टेरिटोरियल आर्मी ग्राउंड के साथ से नया रास्ता रेलवे स्टेशन के लिए भी बनेगा।


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