नए मेयर को मिलेगी 15 लाख की गाड़ी, सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर रहेंगे बे-कार
नगर निगम सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को सरकारी गाड़ी देने के लिए तैयार नहीं है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को सरकारी गाड़ी देने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन नए मेयर के लिए नई गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव सोमवार को वित्त एवं अनुबंध कमेटी ने पास कर दिया गया। मेयर के लिए 15 लाख रुपये की नई सरकारी कार खरीदी जाएगी। बैठक में मेयर कार्यालय के स्टाफ के लिए भी एक पुरानी कार हमेशा तैनात रखने का निर्णय लिया गया है। मेयर के अनुसार स्टाफ को सरकारी कामों के लिए इधर-उधर जाना पड़ता है, ऐसे में कार्यालय में अतिरिक्त कार होनी चाहिए। मालूम हो कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए सरकारी गाड़ी की मांग समय-समय पर कई पार्षद कर चुके हैं। इनोवा अब तक चल चुकी है 1 लाख 45 लाख किलोमीटर
इस समय मेयर सरकारी इनोवा गाड़ी में चलते हैं। प्रस्ताव के अनुसार यह गाड़ी 1 लाख 45 हजार किमी चल चुकी है। इसके अलावा इनोवा में अब कई तरह की दिक्कतें भी आनी शुरू हो गई हैं। प्रस्ताव के अनुसार नई गाड़ी आने के बाद पुरानी कार को हेड ऑफिस में जनरल पूल के लिए रख लिया जाएगा। एक्ट में गाड़ी के लिए कोई प्रावधान ही नहीं : मोदगिल
मेयर देवेश मोदगिल का कहना है कि वे खुद भी चाहते हैं कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को सरकारी गाड़ी मिलनी चाहिए। लेकिन पंजाब म्यूनिसिपल एक्ट में इसका प्रावधान नहीं है। वे खुद भी मेयर बनने से पहले सीनियर डिप्टी मेयर रह चुके हैं, ऐसे में सरकारी गाड़ी की उन्हें भी जरूरत है। लेकिन एक्ट में प्रावधान न होने के कारण सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए सरकारी गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव पास नहीं किया जा सकता। जो 15 लाख की नई गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव पास किया गया है, वह गाड़ी नए मेयर को मिलेगी। मैंने दो बार उठाई थी मांग : देवशाली
भाजपा पार्षद शक्ति देवशाली का कहना है कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को भी पूरे शहर लोगों के लिए घूमना पड़ता है। ऐसे में इन दोनों को भी मेयर की तरह सरकारी गाड़ी मिलनी चाहिए। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को सरकारी गाड़ी देने की मांग पिछले साल उन्होंने सदन में दो बार उठाई भी थी।