लंबी राजनीतिक चुप्पी के बाद नवजोत सिंह सिद्धू फिर होंगे सक्रिय, किसानों के साथ धरने पर बैठेंगे
नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर राजनीति में सक्रिय होंगे। सिद्धू पिछले 21 जुलाई 2019 के बाद ट्विटर पर सक्रिय हुए। इसमें उन्होंने किसान और किसानी पर बात ही। उनके नजदीकी परगट सिंह का कहना है कि सिद्धू अब किसान आंदोलन में शामिल होंगे।
चंडीगढ़ [इन्द्रप्रीत सिंह]। लंबे समय से राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाकर बैठे पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी किसानों के साथ उनके धरने में बैठेंगे। हालांकि इस बारे में सिद्धू ने कोई खुलासा नहीं किया है कि कब से ऐसा करेंगे, लेकिन उनके निकटवर्ती रहे और कांग्रेस के विधायक परगट सिंह ने कहा है कि सिद्धू किसानों के धरनों में शामिल होंगे। परगट ने कहा कि मेरी उनसे बात हुई थी और उन्होंने मुझसे कहा कि आने वाले दिनों में जहां-जहां भी किसानों का आंदोलन होगा वह उसमें शामिल होंगे।
काबिलेगौर है कि तीन दिन पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों की संघर्ष को समर्थन दिया था। पूरे सवा साल बाद ट्विटर पर सक्रिय होते हुए उन्होंने किसानों के मुद्दे पर शायराना अंदाज में टिप्पणी की। लिखा कि जंग की तूती बोल रही है। उन्होंने लिखा कि पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी किसान के साथ है।
किसान पंजाब की आत्मा,
शरीर के घाव भर जाते हैं पर आत्मा पर वार नासूर बन कर सदा रिसता है,
हमारे अस्तित्व हमारी आत्मा पर वार बर्दाश्त नही|
जंग की तूती बोल रही है - इंकलाब जिंदाबाद|
पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी कंधे से कंधे मिलाकर एकजुट होकर किसान के साथ| pic.twitter.com/l7b6rxIpg1— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 18, 2020
सिद्धू पिछले 21 जुलाई 2019 के बाद सक्रिय हुए थे। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वह ट्विटर पर चुप थे। दो दिन पहले पंजाबी में किए ट्वीट पर नवजोत सिं सिद्धू ने लिखा किसानी पंजाब की रूह, शरीर के घाव भर जाते हैं पर आत्मा के नहीं। हमारे अस्तित्व पर हमला बर्दाश्त नहीं। जंग की तूती बोलती है- इंकलाब जिंदाबाद। पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी किसान के साथ।
ਕਿਸਾਨੀ ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਰੂਹ,
ਸਰੀਰ ਦੇ ਘਾਓ ਭਰ ਜਾਂਦੇ ਹਨ,
ਪਰ ਆਤਮਾ 'ਤੇ ਵਾਰ,
ਸਾਡੇ ਅਸਤਿਤਵ ਉੱਤੇ ਹਮਲਾ ਬਰਦਾਸ਼ਤ ਨਹੀਂ।
ਜੰਗ ਦੀ ਤੂਤੀ ਬੋਲਦੀ ਹੈ - ਇੰਕਲਾਬ ਜ਼ਿੰਦਾਬਾਦ,
ਪੰਜਾਬ, ਪੰਜਾਬੀਅਤ ਤੇ ਹਰ ਪੰਜਾਬੀ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਨਾਲ।
2/2 pic.twitter.com/7QPDmFbEC0— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 18, 2020
सिद्धू ने इसके बाद एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ''सरकारें तमाम उम्र यही भूल करती रही, धूल उनके चेहरे पर थी, आईना साफ करती रही।'' सिद्धू का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है, जब राज्य में किसानों के मुद्दे पर जमकर सियासत हो रही है।
बता दें, पंजाबभर में किसान खेती विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पटियाला और बादल गांव में तो पक्के मोर्चे लगे हुए हैं, जबकि 25 सितंबर को किसानों ने पंजाब बंद का आह्वान कर दिया है। यही नहीं, 24 से लेकर 26 तक रेल रोकने का भी ऐलान किया गया है। ऐसे में नवजोत सिद्धू कहां किसानों को समर्थन देंगे। इस बारे में अभी उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।