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दृष्टिहीनों के साथ आंखों पर पंट्टी बांधकर नवजोत सिंह सिद्धू ने की वॉक

सेक्टर-17 प्लाजा में व‌र्ल्ड साइट डे (विश्व दृष्टि दिवस) के उपलक्ष्य में ब्लाइंड वॉक का आयोजन किया गया। डायलॉग हाईवे नामक एनजीओ की ओर से आयोजित इस वॉक में पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और चंडीगढ़ के मेयर देवेश मोदगिल ने भी हिस्सा लिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Oct 2018 02:43 PM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 02:43 PM (IST)
दृष्टिहीनों के साथ आंखों पर पंट्टी बांधकर नवजोत सिंह सिद्धू ने की वॉक
दृष्टिहीनों के साथ आंखों पर पंट्टी बांधकर नवजोत सिंह सिद्धू ने की वॉक

जासं, चंडीगढ़ : सेक्टर-17 प्लाजा में व‌र्ल्ड साइट डे (विश्व दृष्टि दिवस) के उपलक्ष्य में ब्लाइंड वॉक का आयोजन किया गया। डायलॉग हाईवे नामक एनजीओ की ओर से आयोजित इस वॉक में पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और चंडीगढ़ के मेयर देवेश मोदगिल ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने आखों पर पट्टी बांधकर दृष्टिहीन युवाओं के साथ वॉक किया। वॉक में सेक्टर -26 के ब्लाइंड स्कूल के 40 दृष्टिहीन छात्रों ने हिस्सा लिया। उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए नेत्रदान के लिए प्रेरित किया। सिद्धू ने इससे पहले नेत्रदान के क्षेत्र में जागरूकता का कार्य करने वाले लोगों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में चंडीगढ़ के डीजीपी संजय बेनीवाल, माई भागो के फाउंडर आईपी सिंह, डॉ. अमित गुप्ता मौजूद रहे। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कहा कि जिन लोगों के जीवन में अंधेरा है, यदि वह नेत्रदान के माध्यम से इस संसार को देख सकें तो इससे बड़ी मानवता की सेवा क्या होगी। उन्होंने इस संस्था को पाच लाख रुपये की सहायता दी है। दुनिया के 50 फीसद दृष्टिहीन लोग इंडिया में

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हाईवे के चीफ ट्रस्टी देवेंद्र शर्मा ने कहा कि दुनिया में 30 करोड़ 60 लाख के करीब दृष्टिहीन लोग हैं, इनमें 21 करोड़ लोगों की नजर में कमजोर है। इनमें 50 फीसद लोग सिर्फ भारत में रहते हैं। खास बात यह है कि इनमें 80 फीसद लोगों का इलाज हो तो उन्हें दुनिया देखने का मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा कि वे पंजाब के अलग-अलग 6 से 7 शहरों में इस तरह की ब्लाइंड वॉक करवाकर लोगों को जागरूक करने जा रहे हैं। सेक्टर -26 ब्लाइंड स्कूल के प्रिंसिपल जेएस जायरा ने माना कि दृष्टिहीनों के जीवन में अंधेरा है, लेकिन दिया जलाना कहा मना है। समाज नेत्रदान में रूचि दिखाए तो यह नेत्रहीन बच्चे भी इस रोशनी को महसूस कर सकेंगे। हम शिक्षा के जरिए, इन्हें रोशनी देने की कोशिश करते हैं आप नेत्रदान करके हमारे प्रयास का पूरी तरह से कामयाब कर दें। 30 लोगों ने लिया नेत्रदान का संकल्प

पीजीआइ के डॉक्टर अतुल ने बताया कि इस दौरान 30 लोगों ने मौके पर नेत्रदान करने का संकल्प लिया, जबकि 70 लोगों ने नेत्रदान से जुड़ी जानकारी लेने के लिए विज्ञापन पत्र लिया। उन्होंने कहा कि यह काफी अच्छा रहा, कई अन्य लोगों ने भी हमसे अपनी आखें दान देने के लिए इस प्रॉसेस को पूछा, लोग जागरूक होंगे, तो अपने आप नेत्रदान करने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी।


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