नवजोत कौर सिद्धू भी चंडीगढ़ से कांग्रेस की टिकट की दावेदार
नवजोत कौर सिद्धू को भी कांग्रेस की टिकट का दावेदार माना जा रहा है।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : शहर में लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को भी कांग्रेस की टिकट का दावेदार माना जा रहा है। ऐसे में सिद्धू के समर्थकों ने उनके लिए शहर में लॉ¨बग भी शुरू कर दी है। मालूम हो कि पहले से कांग्रेस में चंडीगढ़ से चुनाव लड़ने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी के बीच जंग छिड़ी हुई है। हालांकि शहर में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल काफी सक्रिय हैं और साल 1992 से वही चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन अब पूर्व मेयर पूनम शर्मा और उनके समर्थक महिला कार्ड खेलकर सिद्धू के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। नवजोत कौर पंजाब की पूर्व विधायक रह चुकी हैं।
विपक्षी दलों से भी लोग करेंगे ज्वाइन
26 जनवरी को नवजोत कौर सिद्धू का धनास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जाएगा, जिसमें सिद्धू गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराएंगी। उनके समर्थकों की मानें तो इस कार्यक्रम से ही नवजोत कौर शहर से चुनाव लड़ने का अपना दावा ठोक देंगी। पूर्व मेयर पूनम शर्मा की ओर से धनास में यह कार्यक्रम करवाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विपक्षी दलों से भी कुछ लोग ज्वाइन करवाएंगे जाएंगे। अभी हाल ही में पूनम शर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर किसी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारने की भी मांग की थी। मंगलवार को शहर के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सेक्टर-35 में नवजोत कौर सिद्धू के साथ बैठक की है। जिसमें कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई है। मालूम हो कि शहर में अच्छा खासा सिख वोट बैंक है। नवजोत कौर के उम्मीदवार बनने से यह वोट बैंक कांग्रेस की तरफ आ सकता है। पूर्व मेयर पूनम शर्मा बंसल के खिलाफ खोल चुकी हैं मोर्चा
पूर्व मेयर पूनम शर्मा का कहना है कि वे चाहती हैं कि नवजोत कौर को चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़े। इसके लिए उन्होंने हाईकमान से भी अपील की है। पूनम शर्मा का कहना है कि 26 जनवरी को धनास में नवजौत कौर सिद्ध का पहला कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पूनम शर्मा का कहना है कि इस समय शहर के ऐसे हजारों कार्यकर्ता हैं, जो स्थानीय नेताओं से नाराज होकर घर बैठ गए हैं, ऐसे में ऐसे कार्यकर्ता अब कांग्रेस को लोकसभा चुनाव जितवाने के लिए सक्रिय हो जाएं। पूनम शर्मा का कहना है कि इसके बाद नवजोत कौर सिद्धू के शहर में रेगुलर स्तर पर कार्यक्रम करवाए जाएंगे। इस लोकसभा चुनाव में नेता नहीं तोले जा सकेंगे तराजू मे
इस साल चंडीगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल के नेता चुनाव लड़ रहे अपने उम्मीदवारों को लड्डू से नहीं तोल पाएंगे, क्योंकि शहर में अब कही पर भी मेनुअल तराजू नहीं मिलती है। हर व्यापारी इस समय इलेक्ट्रॉनिक तराजू का ही प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में लड्डू से तोलने का सिस्टम अब लागू नहीं हो पा रहा है। सोमवार को आप पार्टी की ओर से उम्मीदवार हरमोहन धवन को सेक्टर-22 में लड्डू से तोलने की घोषणा की गई, लेकिन मेनुअल तराजू नहीं मिलने के कारण आप ऐसा नहीं कर पाई। ऐसे में भी मंगवाए गए लड्डू समर्थकों और लोगों में बांटे गए। मंगलवार को सेक्टर-20 में भी राकेश सूद की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों को लड्डू बांटे गए। मालूम हो कि इससे पहले चुनाव विभाग नेताओं को सिक्कों से तोलने के सिस्टम पर पाबंदी लग चुकी है। पिछले लोकसभा चुनाव में देखा गया है कि उम्मीदवार के वजन के हिसाब से समर्थक लड्डू मंगवाकर तोलते थे, बाद में वह लड्डू बांट दिए जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा।