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इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ सकता है मोहाली

जागरण संवाददाता, मोहाली : स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 के तहत खुले में शौच रोकने के लिए कराए जाने व

By Edited By: Published: Sat, 17 Mar 2018 05:43 PM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 11:07 AM (IST)
इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ सकता है मोहाली
इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ सकता है मोहाली
जागरण संवाददाता, मोहाली : स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 के तहत खुले में शौच रोकने के लिए कराए जाने वाले कामों में मोहाली नगर निगम नंबर वन की दौड़ से पिछड़ सकता है। शहर में बनाए जाने वाले कम्युनिटी, पब्लिक और मोबाइल टॉयलेट्स संबंधी निगम हाउस से पारित प्रस्ताव या तो लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट की ओर से रद कर दिए गए हैं या उन पर रोक लगाई हुई है। ऐसे में इस पर काम नहीं हो पा रहा। स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले साल देश में मोहाली निगम का रैंक 121 था, जबकि पंजाब में इसे लेकर मोहाली निगम नंबर-1 था। इस बार इन टेक्निकल खामियों के चलते मोहाली निगम की रैंकिंग डगमगाने का खतरा बन गया है। ध्यान रहे कि स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू 10 जनवरी को मोहाली आए थे। उन्होंने मेयर को प्रूनिंग मशीन के मामले में शोकॉज नोटिस जारी करने के साथ यह भी कहा था कि अभी मेयर को मोबाइल टॉयलेट ब्लॉक्स को लेकर एक और नोटिस भेजा जाना है। उन्होंने कहा था कि जो मोबाइल टॉयलेट मोहाली में बनाने का प्रस्ताव है, उसमें चंडीगढ़ से दोगुने रेट लगाए जा रहे थे। जाच के बाद इस प्रस्ताव को रद कर दिया गया है। उधर, मेयर कुलवंत सिंह का कहना है कि इस बारे में प्रस्ताव पारित कर सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया था, लेकिन अभी इसका कोई टेंडर ही नहीं लगा था। कम्युनिटी और पब्लिक टॉयलेट्स के प्रस्ताव भी रुके शहर में गत वर्ष के दौरान करीब 97 लाख की लागत से करीब 100 कम्युनिटी टॉयलेट्स सीट्स लगाई जानी थी और 99 लाख की लागत से 30 पब्लिक टॉयलेट्स सीट्स बनाने का प्रस्ताव निगम हाउस में पास किया गया था। ये प्रस्ताव भी अभी तक लोकल बॉडीज विभाग की ओर से मंजूर नहीं किया गया। इस पर रोक लगी हुई है। लंबे समय से सरकार के पास पड़ा होने के कारण इस प्रस्ताव पर भी कोई काम नहीं हो पाया है। पिछले साल 400 और इस बार 4 हजार शहरों में है मुकाबला पिछले साल जो स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया था, उसमें पूरे देश के करीब 400 शहरों के नगर निगमों ने हिस्सा लिया था। इनमें से मोहाली निगम को देश में 121वा रैंक मिला था। इस बार के सर्वेक्षण में पूरे देश से करीब 4 हजार शहरों को शामिल किया गया है, इसलिए इस बार मोहाली निगम को कड़े मुकाबले से गुजरना होगा। खुले में शौच और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के नंबर भी कटेंगे मोहाली शहर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्र से टीम आई हुई है, जो चेकिंग का काम कर रही है। इस टीम को भी खुले में शौच के लिए बनाए जाने वाले टॉयलेट ब्लॉक न मिलना और शहर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लाट का प्रबंध न होना सर्वेक्षण के नंबरों को कम करेगा। निगम के मेयर कुलवंत सिंह का कहना है कि शौचालय बनने के लिए काम किया जा रहा है। जल्द ही निर्माण करवाया जाएगा।

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