गांवों में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना मेरी प्राथमिकता : खेलमंत्री
विकास शर्मा चंडीगढ़ अर्जुन अवॉर्डी पूर्व ओलंपियन व हरियाणा सरकार के खेलमंत्री संदीप सिंह
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : अर्जुन अवॉर्डी पूर्व ओलंपियन व हरियाणा सरकार के खेलमंत्री संदीप सिंह को हरियाणा के पूर्व खिलाड़ियों व कोचों ने सम्मानित किया। सम्मानित करने वाले ज्यादातर खिलाड़ी अर्जुन अवॉर्डी व द्रोणाचार्य अवॉर्डी थे। चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में पहले इन खिलाड़ियों व कोचों ने संदीप सिंह से अकेले में बात की, उसके बाद मीडिया की मौजूदगी में इन खिलाड़ियों ने संदीप सिंह को फूल का पौधा व शॉल देकर सम्मानित किया। इसी दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार जल्द नई खेल नीति बनाने जा रही है, इसमें खिलाड़ियों को दिए जाने वाले कैश अवॉर्ड, खेल सुविधाओं को बेहतर और खेल नर्सरियों को प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता गांवों में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने की है। प्रदेश की तरफ से खेलने वाले 80 फीसद गांवों से आते हैं, ऐसे में हमें गांवों में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा। भविष्य के खिलाड़ियों के लिए अभी से काम करेंगे।
खेल परिसरों पर नजर रखने के तैयार की फ्लाइंग टीम
संदीप सिंह ने कहा कि वह खिलाड़ी हैं और उनके लिए अनुशासन बेहद अहम है। खेल परिसरों में कैसी कोचिग दी जा रही है। किस खेल परिसर में किस खेल के बेहतर खिलाड़ी निकल रहे हैं, कोचों की कैसी परफोरमेंस है, कोच कैसी कोचिग दे रहे हैं। इनपर नजर रखने के लिए मैंने स्पेशल फ्लाइंग टीम बनाई है, यह फ्लाइंग टीम उड़ान भर चुकी है। अभी तक दो कोच सस्पेंड भी किए जा चुके हैं। संदीप ने कहा कि मुझे किसी का डर नहीं है, जो कोच या खेल अधिकारी खुद को खेल से ऊपर समझते हैं, उन्हें मैं साफ शब्दों में बताना चाहता हूं कि उनसे बेहतर लोग नौकरी के लिए बार-बार आवेदन कर रहे हैं। इसलिए अपनी परफोरमेंस पर ध्यान दें। हम सभी का मकसद खेलों को प्रमोट करना है। फोन से नहीं काबलियत देखकर करें योग्य खिलाड़ियों का चयन
संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर खिलाड़ियों को यही शिकायत रहती है कि चयन सही ढंग से नहीं होता है। यह बड़ा अपराध है। कोच और डीएसओ ध्यान दें कि उन्हें बेहतर खिलाड़ी चुनने हैं, अगर किसी अफसर या नेता का फोन खिलाड़ियों के लिए आता है तो वह इसकी सीधी शिकायत मेरे साथ करें। उन्होंने कहा कि खेल अधिकारियों के ज्यादातर फोन ट्रांसफर के लिए आते हैं, यह गलत बात है। मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि जब वह खेल संबंधी समस्याओं को लेकर मेरे पास आएंगे, उनकी हर संभव मदद की जाएगी।