निगम का सिर्फ तीन सेक्टरों पर फोकस, बाजारों में फिर से कब्जा करने लगे वेंडर्स Chandigarh News
दुकानदाराें ने भी अपनी दुकानों के बाहर बरामदों में कब्जा कराना शुरू कर दिया है।लेकिन नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारी इन पर सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर कार्रवाई कर रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम अतिक्रमण हटाने में सिर्फ सेक्टर-17,19 और 22 पर ही फोकस है। यहां पर दस्ता किसी भी अवैध वेंडर और दुकानदारों को बरामदों पर कब्जा नहीं करने दे पा रहा है लेकिन दूसरी तरफ शहर के दूसरे बाजारों में अवैध वेंडर्स फिर से बैठना शुरू हो गए है। यहां तक कि दुकानदाराें ने भी अपनी दुकानों के बाहर बरामदों में कब्जा कराना शुरू कर दिया है।लेकिन नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारी इन पर सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर कार्रवाई कर रहा है।
इस समय नगर निगम के सभी कर्मचारियों को डिजिटल घड़ियां भी दी गई है।नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ता अब कार्रवाई से कतरा भी रहे हैं। हाल ही में दस्ते के सब इंस्पेक्टरों के साथ हाथोपाई भी हो रही है।मालूम हो कि नगर निगम ने पिछले साल दिसंबर माह की छह तारीख से शहर के वेंडर्स को वेंडिंग जोन में शिफ्ट करना शुरू किया था।सेक्टर-17 को नो वेंडिंग जोन बनाया गया है। नगर निगम कमिश्नर केके यादव का कहना है कि दस्ते को पूरे शहर में बैठे अवैध वेंडर्स को हटाने के लिए कहा जाएगा।
मंजूरी का फायदा उठा रहा है ढ़ाबे वाला
सेक्टर-27 में एक ढ़ाबा वाले की ओर से रात के समय सरकारी जमीन पर ग्राहकों को बिठाया जाता है।जबकि रात के समय रेस्तरा और ढ़ाबा वालों को मंजूरी देने का प्रावधान है। यह ढ़ाबे वाला मंजूरी का भरपूर फायदा उठा कर 50 से ज्यादा लोगों को खाना खिला रहा है।यहां पर एक बड़ी कनोपी भी लगाई गई है जहां पर तंदूर भी लगाया गया है जबकि इसकी मंजूरी नहीं है। लेकिन अतिक्रमण हटाओ दस्ता यहां पर कभी भी कार्रवाई नहीं करता है।
दोपहर 12 से शाम सात बजे तक डयूटी
इस समय अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों का डयूटी टाइम दोपहर 12 से शाम 7 बजे तक है।कई लोग सुबह 12 बजे से पहले और शाम सात बजे के बाद ही अतिक्रमण करते हैं।