Move to Jagran APP

एक मल्टीलेवल पार्किंग को हरी झंडी तो दूसरी का फंसा पेच

शहर में कारों की बढ़ती संख्या के हिसाब से पार्किंग स्पेस उपलब्ध नहीं है। इसको देखते हुए ही सेक्टर-43 डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट की कच्ची पार्किंग की जगह मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के दो प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 11:19 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 11:19 PM (IST)
एक मल्टीलेवल पार्किंग को हरी झंडी तो दूसरी का फंसा पेच
एक मल्टीलेवल पार्किंग को हरी झंडी तो दूसरी का फंसा पेच

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर में कारों की बढ़ती संख्या के हिसाब से पार्किंग स्पेस उपलब्ध नहीं है। इसको देखते हुए ही सेक्टर-43 डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट की कच्ची पार्किंग की जगह मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के दो प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इनमें से सेक्टर-43 की मल्टीलेवल पार्किंग के प्रोजेक्ट को पर्यावरण संबंधी मंजूरी मिल चुकी है। अब प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। इंजीनियरिग डिपार्टमेंट अब इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी करेगा। वहीं दूसरी ओर पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट की रॉक गार्डन के सामने कच्ची पार्किंग की जगह भी मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जानी है। चंडीगढ़ हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी की मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट पर तीन साल पहले काम शुरू हुआ था। लेकिन अब यह प्रोजेक्ट सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के इको सेंसटिव जोन में आने की वजह से उलझ गया है। बताया जा रहा है कि यह इसी दायरे के तहत आता है। इस वजह से यहां इतना बड़ा निर्माण करना आसान नहीं होगा।

loksabha election banner

इको सेंसटिव जोन के दायरे की मांगी जानकारी

हाई कोर्ट की इस मल्टीलेवल पार्किंग के लिए इंजीनियरिग डिपार्टमेंट ने एन्वायरमेंट असेसमेंट सर्वे करवाना है। इसके लिए कंसल्टेंट रखने की प्रक्रिया को फिलहाल टाल दिया है। इससे पहले इस साइट के सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के इको सेंसटिव जोन में होने की संभावना को देखते हुए इंजीनियरिग डिपार्टमेंट ने एन्वायरमेंट डिपार्टमेंट से जानकारी मांगी है। यह साइट इको सेंसटिव जोन के दायरे में आती है या नहीं इसका ब्योरा देखने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इन्वायरमेंट डिपार्टमेंट पार्किंग की इस साइट से सेंक्चुरी तक पूरे एरिया की पैमाइश करेगा।

यह है इको सेंसटिव जोन

सेंक्चुरी की बाउंड्री से 0.5 किलोमीटर के दायरे में कोई भी किसी तरह की कंस्ट्रक्शन नहीं की जा सकती। 0.5 किमी. से 1.25 किमी. तक 15 फीट की ऊंचाई तक निर्माण करने की मंजूरी है। 1.25 किमी. के दायरे के बाद निर्माण किया जा सकता है। बिल्डिग बायलाज के तहत यह रेगुलेट होगा। इस दायरे को देखते हुए ही इको सेंसटिव जोन तय होता है।

5500 कार के लिए बननी है पार्किंग

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में 8 एकड़ जमीन पर 2880 गाड़ियों के लिए तीन मंजिला अंडर ग्राउंड पार्किंग बननी है। इसको सेकेंड फेज में एलिवेटेड पार्किंग करके 5500 गाड़ियों के लिए किया जाएगा। इसकी जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है उसके अनुसार करीब 300 करोड़ रुपये में प्रोजेक्ट तैयार होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.