कांटों की परवाह नहीं, कमल भी कीचड़ में खिलता है : खेर
सांसद किरण खेर ने सुखना लेक पार्किंग में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : राजनीतिक लोगों का कांटों से सामना होता ही रहता है। इसलिए उन्हें कांटे वाले फूल भी दे दिए जाएं तो कोई दिक्कत नहीं। वैसे कमल भी हमेशा कीचड़ में ही खिलता है। यह बात सांसद किरण खेर ने सोमवार को सुखना लेक पार्किंग में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके कहीं। महोत्सव में पहुंचने पर चीफ कंजर्वेटर ऑफ फारेस्ट संतोष कुमार ने जैसे ही किरण खेर को कांटे न लगे इसलिए रुमाल से लिपटा रोज भेंट कर स्वागत किया तो खेर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उनको कांटों से परवाह नहीं है। वनमहोत्सव के दौरान पौध मेले में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट, नगर निगम और चंडीगढ़ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के हार्टीकल्चर विंग की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं। मेले के उद्घाटन के बाद खेर ने वाइल्ड लाइफ एनीमल्स के लिए खरीदी गई एंबुलेंस को झडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन शहर में आने वाले जंगली जानवरों को पकड़ कर उन्हें जंगल में छोड़ने का काम करेगा। यह वाहन सासद विकास निधि (एमपीलैड) से 9, 76, 905 रुपये में खरीदा गया है। इसके बाद खेर ने रॉक गार्डन के पीछे कैंबवाला सड़क के साथ फॉरेस्ट एरिया में जामुन का पौधा लगाया। खेर ने कहा कि यह गर्व की बात है कि चंडीगढ़ का ग्रीन कवर एरिया बढ़ा है। इससे यह स्पष्ट है कि यहां पेड़ नहीं काटे जा रहे हैं बल्कि नए पौधे लग रहे हैं। इससे पर्यावरण पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने शहरवासियों से भी पौधे लगाने का आह्वान किया और कहा कि हर व्यक्ति को एक पौधा जरूर लगाना चाहिए।