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चंडीगढ़ को कोरोना से बचाने के लिए 100 से ज्यादा कर्मचारी निभा रहे ड्यूटी, संक्रमित एरिया को करते हैं सेनिटाइज

शहर के पेस्ट कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (पीएसओ) के करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी पूरे शहर को सेनिटाइज करने के कार्य में दिन रात जुटें हुए हैं। यह कर्मचारी भी किसी कोरोना वॉरियर से कम नहीं हैं। शहर के हर उस इलाके को सेनिटाइज किया जाता है जहां कोरोना मरीज मिलते हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 02:06 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 02:06 PM (IST)
शहर के संक्रमित एरिया को सेनिटाइज करते पीएसओ विभाग के कर्मचारी।

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। शहर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमारी कोरोना वारियर्स मेडिकल टीम दिन रात लगी हुई है। लेकिन इस बीच हम सेनिटाइजेशन करने वाले कर्मचारियों को कैसे भूल सकते हैं, जो संक्रमित एरिया में जाकर वहां पर सेनिटाइजेशन करते हैं। ये लोग भी किसी कोरोना वारियर्स से कम नहीं है।

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शहर के पेस्ट कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (पीएसओ) के करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी पूरे शहर को सेनिटाइज करने के कार्य में दिन रात जुटें हुए हैं। यह कर्मचारी टीम बनाकर और अकेले भी सेनिटाइजेशन का काम कर रहे हैं। पिछले वर्ष पीएसओ के कर्मचारियों ने महीनों तक कंटेनमेंट जोन में रह कर अपनी ड्यूटी निभाई और उस एरिया को रोजाना तीन से चार बार सेनिटाइज किया है।

पीएसओ विभाग मेडिकल ऑफ हेल्थ (एमओएच) के अंडर आता है। सेनिटाइजेशन को लेकर पेस्ट कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन विभाग के सुपरिवाजर गोपाल सिंह रावत ने बताया कि जहां पर कोई भी व्यक्ति काेराेना संक्रमित पाया जाता है तो उनकी टीम के साथी उस जगह को तीन से चार बार सेनिटाइज करते हैं। यह थोड़ा जोखिम भरा काम है लेकिन सभी कर्मचारी पूरे सुरक्षा उपकरणों के साथ इन एरियों में जाते हैं और सेनिटाइजेशन का काम करते हैं।

सेनिटाइजेशन के लिए रोजाना आती है 250 से 300 कॉल

गोपाल ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष सेनिटाइजेशन करने की कॉल आने का आंकड़ा कम है। लेकिन फिर भी इस समय एक दिन में उनके पास सेनिटाइजेशन के लिए 250 से 300 कॉल आ रही हैं। जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 500 तक पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि शहर में रोजाना 800 से ज्यादा संक्रमण के केस आ रहे है। ऐसे में उन्हें हर केस आने के बाद वहां पर सेनिटाइजेशन करना पड़ता है।

मार्केट्स को रोजाना किया जाता है सेनिटाइज

शहर की मार्केट्स को रोजाना सेनिटाइजेशन करने का काम किया जाता है। कर्मचारी टीम बनाकर कार्य करते हैं और सेनिटाइजेशन करते हुए कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाता है। सेनिटाइजेशन के समय कर्मचारियों को पीपीई किट से लेकर ग्लव्स, फेस शिल्ड, जूते और मास्क जैसे कोरोना से सुरक्षा के सभी उपकरणों से लेस किया जाता है। कर्मचारियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।

नहीं हुआ कोई भी कर्मचारी कोरोना संक्रमित

कोरोना संक्रमित एरिया को सेनिटाइज करते हुए पीएसओ विभाग का कोई भी कर्मचारी अभी तक कोरोना की चपेट में नहीं आया है। जबकि पिछले वर्ष बापूधाम से लेकर सेक्टर-30, सेक्टर-25 कॉलोनी, पीयू इंटरनेशनल हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल नंबर-8, 9 और 10, सूद धर्मशाला, सेक्टर-25 श्मशानघाट, इंडस्ट्रियल एरिया श्मशानघाट, डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड जैसी जगहों पर सेनिटाइजेशन किया था।


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