मोहम्मद अमजद की कोशिशों से बदल रही युवाओं की सोच, विदेशी भी हैं इनकी सोच के मुरीद Chandigarh News
चंडीगढ़ का यह साधारण युवा आज किसी पहचान का मोहताज नहीं। नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर इनके कामों को सराहना मिल रही है।
चंडीगढ़, जेएनएन। सकारात्मक सोच के साथ समाज के लिए किए जाने वाले अच्छे काम दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन जाते हैं। 21 साल के युवा मोहम्मद अमजद कुछ ऐसी ही शख्सियत हैं। चंडीगढ़ का यह साधारण युवा आज किसी पहचान का मोहताज नहीं। नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर इनके कामों को सराहना मिल रही है। देश ही नहीं, विदेशी भी इनके प्रोजेक्ट्स देखने के लिए चंडीगढ़ आते हैं। पर्यावरण संरक्षण से लेकर गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए गुल्लक अभियान से फंड जुटाने और गावों में लोगों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के लिए यह युवा अपनी टीम के साथ दिन-रात जुटा हुआ है। मेहनत से कई गावों और सरकारी स्कूलों की तस्वीर ही बदल दी है। सेक्टर-11 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज में बीए तीसरे वर्ष के छात्र मोहम्मद अमजद के नाम दो लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड हैं। अमजद की खास पहल युवाओं को नशे से दूर कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल कर रही है।
मुश्किलों भरी रही है जिंदगी
अमजद की जिंदगी मुश्किलों भरी रही है। परिवार 2001 में यूपी के मुजफ्फरनगर से चंडीगढ़ में आए। शुरुआती दिनों में खाने तक के पैसे नहीं थे। आर्थिक हालत के कारण एक बार तो पढ़ाई तक छोडऩे की नौबत आ गई लेकिन इन्होंने हार नहीं मानी और सोशल वर्क में पीएचडी करने का टारगेट रखा है।
प्रोजेक्ट देखने आते हैं विदेशी
अमजद ने युवाओं को जोडऩे के लिए स्वरमनी यूथ वेलफेयर एसोसिएशन (यूथ क्लब) बनाया है। बीते छह साल से यह क्लब बड़े स्तर पर शहर में स्वच्छता अभियान चला रहा है। सेक्टर-45 के गवर्नमेंट स्कूल में केवल दस घंटे में छह हजार स्क्वेयर फीट की बंजर जमीन पर तैयार ग्रीन पार्क को तैयार करने के लिए इनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल हो चुका है। विदेशी भी इनके बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रोजेक्ट को देखने आते हैं। मोहम्मद अमजद को कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। जिसमें 2015 में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और 2017 में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स होल्डर भी शामिल हैं। 13 विभिन्न प्रोजेक्ट्स के अलावा 6 एसोसिएशन और क्लब के साथ मिलकर सामाजिक कामों से जुड़े हैं।
गुल्लक अभियान से गरीब बच्चों को मिलेगी शिक्षा
गरीब बच्चों की मदद के लिए गुल्लक के प्रयास अभियान शुरू किया। इस पैसे से गरीब बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाया जाता है। मोहम्मद बताते हैं कि जो बच्चे पढ़ाई नहीं करते, उन्हें क्लब के मेंबर मोटिवेट करते हैं। कई स्टूडेंट्स जो पढ़ाई बीच में छोड़ चुके थे, उन्हें फिर से स्कूल में दाखिला दिलाया है।
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