मोहाली की पुलिस ऑफिसर सुखदीप कौर ने लॉकडाउन में लोगों तक पहुंचाई हर सहायता, बोलीं- लोगों की मदद करना ही हमारी ड्यूटी
मोहाली फेज-8 स्थित पुलिस स्टेशन की एडिशनल एसएचओ सुखदीप कौर ने बीते साल लॉकडाउन में अपने क्षेत्र के लोगों तक हर संभव सहायता पहुंचाई है। उन्होंने बताया कि किन परिस्थितियों में उन्होंने ड्यूटी की और लोगों की सहायता भी की।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। जब कोई भी व्यक्ति वर्दी पहनता है तो फिर उसकी जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है। वर्दी पहन कर जहां आपको गर्व महसूस होता है। वहीं अगर वर्दी पहनकर आप कोई ऐसा कार्य करते हैं जिससे समाज में लोगों की मदद हो, तो फिर उससे सुखद अनुभव कोई ओर हो नहीं सकता है।
लॉकडाउन भी उन पलों में से एक था, जब सभी लोग घरों में बंद थे, पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए लोगों की काफी मदद की। यह कार्य करते हुए कई पुलिस जवान शहीद भी हुए लेकिन वर्दी की शान कम नहीं होने दी। जहां एक ओर डॉक्टर अस्पतालों में अपना फर्ज निभा रहे थे, वहीं शहर के चौराहों, नुक्कड़, गलियों और कंटेनमेंट जोन में ड्यूटी कर पुलिस वाले अपना फर्ज अदा कर रहे थे। यह बात मोहाली फेज-8 स्थित पुलिस स्टेशन की एडिशनल एसएचओ सुखदीप कौर ने कही। सुखदीप ने लॉकडाउन में गरीबों के लिए काफी कार्य किया। एनजीओ के साथ मिलकर लोगों तक राशन, स्टेशनरी के अलावा जरूरत का सामान पहुंचाया।
लोगों की मदद करना नैतिक अधिकार
सुखदीप ने बताया कि लॉकडाउन का समय हर किसी वर्ग के लिए मुसीबत था। एक पुलिस ऑफिसर होने के नाते यह मेरा नैतिक कर्तव्य बनता था कि मैं लोगों की मदद करूं। लोगों में डर का माहौल बुरी तरह से हावी था। वहीं उन्हें खाने पीने की भी चिंता सता रही थी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में एनजीओ ने लोगों की मदद के लिए काफी कार्य किए है जो सराहनीय है।हमने बस उन एनजीओ से सामान लेकर लोगों तक पहुंचाया था।
लगता था डर लेकिन ड्यूटी सबसे पहले
सुखदीप ने कहा कि कोरोना संक्रमण उस समय अपने पीक पर था, जब उनकी ड्यूटी मोहाली के गांवों और दूसरे क्षेत्रों में लगी थी। इस दौरान लोगों को मदद पहुंचाते समय हम सावधानियां तो बरत रहे थे साथ ही मन डर भी था कि कई उन्हें कुछ न हो जाए। लेकिन ड्यूटी सबसे पहले थी जिसने इस डर को हावी नहीं होने दिया।
मरीजों के लिए दवाइयां उपलब्ध करवाने में हुई थी परेशानी
लॉकडाउन के दौरान जो मरीज घर में बंद थे, उनके लिए दवाइयां उपलब्ध करवाने में थोड़ी परेशानी आई थी। कई दवाइयां ऐसी थी जो कैमिस्ट के पास भी नहीं मिली जिसका इंतजाम करने में एक दो दिन का समय लगा। पुलिस कंट्रोल में लॉकडाउन के दौरान कई कॉल्स ऐसी आई थी जहां लोग पुलिस से दवाइयां उपलब्ध करवाने की बात कह रहे थे।
कोविड-19 प्रोटोकॉल का भी पालन कर की मदद
लोगों की मदद करते हुए हमने कोविड-19 प्रोटोकॉल का भी पालन करना था। ऐसे में उन्हाेंने बताया कि लोगों को मास्क को चेहरे पर कैसे लगाना है, सेनिटाइजर का प्रयोग, हाथ धोने से लेकर सभी सावधानियों को बताया गया।उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं उन लोगों में शुमार हूं जिन्होंने गरीबों की मदद की। हर किसी को गरीब लोगों की मदद के लिए खड़ा रहना चाहिए क्योंकि जो असर दुआओं में होता है, उसका कोई मोल नहीं और ये दुआएं कभी पैसों में नहीं खरीदी नहीं जा सकती है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सुखदीप कौर ने लोगों से अपील की कि वो कोविड-19 नियमों का पालन करें। कोरोना की चेन को तोड़ने का बस यही एक कारण है। बाहर निकलते हुए आपसी दूरी बना कर रहे और चेहरे पर मास्क को लगा कर रखें। उन्होंने कहा कि अगर लोग कोविड-19 नियमों का पालन नहीं करते हैं तो एक बार फिर से हालात पहले जैसे या फिर उससे खौफनाक हो सकते हैं।