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युवक की मौत पर एरिया विवाद में उलझी चंडीगढ़-मोहाली पुलिस

जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर में शनिवार को एक युवक की मौत होने के बाद चंडीगढ़ और मा

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Mar 2018 08:20 PM (IST)Updated: Sat, 03 Mar 2018 08:20 PM (IST)
युवक की मौत पर एरिया विवाद में उलझी चंडीगढ़-मोहाली पुलिस

जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर में शनिवार को एक युवक की मौत होने के बाद चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस पुलिस अपनी हद को लेकर झगड़ती रही। फंदा लगाने वाले युवक को नीचे उतारने के लिए उसका परिवार कई घटों तक पुलिस के आगे हाथ जोड़ता रहा। आखिर में मोहाली पुलिस ने घटना वाली जगह को अपना एरिया मानकर युवक की लाश को नीचे उतारा और मामले में 174 की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। दारा स्टूडियो फेज-6 से थोड़ा आगे शूटिंग रेंज के बिल्कुल पास ग्वाला कॉलोनी बसी हुई है। इसी कॉलोनी के मकान नंबर 34 में आकाश व निक्का (18) अपने परिवार के साथ रहता था। आकाश के पाच भाई हैं और वह ही सबसे छोटा था। आकाश के पिता हुकम चंद अपने दो बड़े बेटों के साथ राजस्थान रहते हैं, जबकि आकाश, उसका बड़ा भाई राजू व एक अन्य भाई मा के साथ ग्वाला कॉलोनी में रहते हैं। आकाश के भाई राजू ने बताया कि आकाश पिछले चार दिनों से घर लापता था, जोकि एक मामूली बात को लेकर नाराज होकर घर से गया था। वे सोच रहे थे कि आकाश कहीं राजस्थान अपने पिता के पास न चला गया हो, जिसके चलते उन्होंने उसके लापता होने की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज नहीं करवाई। आकाश ने अपनी कॉलोनी से सटे जंगल में एक पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी की। उसने कूड़े में पड़े एक ढेर से गंदा कपड़ा उठाया और उसकी रस्सी बनाकर पेड़ से बाधकर खुदकशी कर ली। पुलिस के अनुसार उसकी मौत चार दिन पहले हुई थी। आकाश की मौत का पता उस समय लगा, जब कॉलोनी के कुछ बच्चे सामान उठाते-उठाते झाड़ियों में जा पहुंचे, जिन्होंने वहा आकाश की लाश लटकी देखी। जब पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल की गई, तो मलोया पुलिस के एडीशनल एसएचओ धीरज कुमार व अन्य पुलिस मुलाजिम मौके पर पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने घटना वाली जगह को मोहाली में बताया। पीड़ित परिवार ने उसके बाद मोहाली पुलिस को फोन पर जानकारी दी।

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पटवारी ने आकर सुलझाया मसला

मोहाली फेज-6 चौकी इंचार्ज, फेज-1 थाने के एएसआइ उजागर सिंह भी पीसीआर लेकर पहुंचे। वहा जाकर मोहाली पुलिस ने भी घटना वाली जगह को अपनी जगह नहीं माना। जिसके बाद दोनों पुलिस मुलाजिमों में काफी देर तक बहस हुई। जब कोई हल न निकला तो मलोया (चंडीगढ़) के पटवारी रामचंद्र व नंबरदार राजा मौके पर पहुंचे। जिसके बाद पटवारी की ओर से मुआयना करने के बाद लट्ठे की कॉपी (सरकारी प्रूफ) दिखाकर घटना वाली जगह को मोहाली की हद बताया। जिसके बाद मोहाली पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।

पहले भी एरिया को लेकर हो चुकी उलझन

कुछ समय पहले भी इसी जगह से थोड़ी आगे एक युवक का किरचों से हमला कर कत्ल कर दिया गया था। चंडीगढ़ व मोहाली की पुलिस एरिया को लेकर उलझ गई थी। जहा एक तरफ मलोया पुलिस के एसएचओ थे, तो दूसरी तरफ बलौंगी व फेज-1 थाने की पुलिस थी। उस समय भी न तो चंडीगढ़ पुलिस ने उसे अपना एरिया बताया और न ही बलौंगी व फेज-1 थाना पुलिस वारदात वाली जगह को अपना मान रही थी। बाद में कई घटों की बहस के बाद मोहाली पुलिस ने कार्रवाई की थी।


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