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मोहाली में आइवीआर, फ्री टैक्सी सेवा व ड्राइव-थ्रू वैक्सीनेशन को मिला लोगों का अच्छा रिस्पांस

मोहाली में टेली कॉलिंग सिस्टम को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इसके माध्यम से जहां प्रशासन रोज घरों में मरीजों का हालचाल जान रहा है वहीं डॉक्टरी सहायता भी उपलब्ध करवा रहा है। मोहाली में इस समय लगभग 9000 कोरोना एक्टिव मरीज हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 05:37 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 05:37 PM (IST)
मोहाली में आइवीआर, फ्री टैक्सी सेवा व ड्राइव-थ्रू वैक्सीनेशन को मिला लोगों का अच्छा रिस्पांस
मोहाली में एक टेली कॉलिंग टीम मरीजों से बातचीत कर हालचाल जानती है। सांकेतिक फोटो

मोहाली, जेएनएन। कोविड के घर में ही क्वारंटाइन या होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए जिला प्रशासन की ओर से शुरू कि गए मैनुअल सिस्टम आईवीआर (इंट्रेक्टिव वॉयस रिस्पांस) कॉलिंग सिस्टम को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इसके माध्यम से जहां प्रशासन रोज घरों में मरीजों का हालचाल जान रहा है, वहीं डॉक्टरी सहायता भी उपलब्ध करवा रहा है। मरीजों को रोजाना एक हजार तक कॉल्स की जा रही हैं। ध्यान रहे कि मोहाली में कोरोना के हर रोज 800 के करीब पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसलिए आइवीआर की शुरूआत प्रशासन ने की है। इसके साथ साथ ड्राइव-थ्रू वैक्सीनेशन और फ्री टैक्सी सेवा जैसी सुविधाओं को भी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।

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आइवीआर सिस्टम कि प्रक्रिया एक समाजसेवी संस्था के सहयोग से चलाई जा रही है। कोविड के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मरीजों की संख्या अब नौ हजार के पार है। इससे मैनुअल तरीके से उन पर निगरानी रखना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में समाजसेवी संस्था स्टैपवन का सहयोग लिया गया है। इसके माध्यम से आने वाली फोन कॉल में लोग अपनी पसंदीदा भाषा चुन पा रहे हैं। ध्यान रहे कि हाल ही में प्रशासन ने लोगों से कहा था कि वे ऑटोमेटिक कॉल का जवाब दें क्योंकि लोग कॉल्स नहीं उठा रहे थे।

टेली कॉलिंग टीम मरीजों से बातचीत कर जानती है उनका हालचाल

जिला प्रशासन की तरफ से नियुक्त कोविड पेशेंट ट्रैकिंग अफसर की अगुआई में एक टेली कॉलिंग टीम मरीजों से बातचीत कर हालचाल जानती है। यह सिस्टम घर में ही क्वारंटाइन कोविड पॉजिटिव मरीजों का डाटा एकत्रित करेगा। मरीजों को फोन पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए जाते हैं। साथ ही खुद अपनी स्थिति का मूल्यांकन करके अपडेट देना होता है। मरीज के जवाब के आधार पर यह सिस्टम, जिन्हें तुरंत डॉक्टरी सहायता की जरूरत होगी, उनके लिए रेड फ्लैग दर्शाएगा। इसके अलावा उचित इलाज के लिए डॉक्टरों से संपर्क किया जाएगा।

कॉल का उत्तर जरूर दें मरीज

कोविड पेशेंट ट्रैकिंग अधिकारी की सीपीटीओ एसपी (देहात) रवजोत कौर ग्रेवाल ने कहा कि होम क्वारंटाइन में पॉजिटिव मरीजों की निगरानी करना जरूरी है ताकि उनके बारे में सही जानकारी मिल सके। आईवीआर से मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। मरीजों को आईवीआर कॉल्स का जवाब देना चाहिए।


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