Coronavirus : डॉक्टरों की Mobile Van टीम घर-घर जाकर करेगी संदिग्धों की पहचान
प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि जिस प्रकार बीते शुक्रवार को शहर में आठवां केस पॉजिटिव सामने आया है। यह 22 वर्षीय युवक दुबई से लौटा था।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। अब डॉक्टरों की मोबाइल वैन टीम घर-घर जाकर कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की पहचान करेगी। इसकी जानकारी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने दी। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि जिस प्रकार बीते शुक्रवार को शहर में आठवां केस पॉजिटिव सामने आया है। यह 22 वर्षीय युवक दुबई से लौटा था। सबसे बड़ी बात कि इसका नाम मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन की लिस्ट में नहीं था।
ऐसे में शहर में कई ऐसे लोग और भी हो सकते हैं, जिनकी जानकारी अभी तक प्रशासन को किसी कारण से नहीं मिली हो। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की मोबाइल वैन टीम शहर के सेक्टर्स, कॉलोनियों, सोसायटीज और गांवों में जाकर हर घर में कोरोना वायरस के संदिग्ध की पहचान करेगी। ताकि कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोका जा सके।
शहर के 2200 लोगों पर हेल्थ डिपार्टमेंट की नजर
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की अलग-अलग टीमें शहर के 2200 लोगों पर नजर बनाए हुए हैं। इनमें विदेश से लौटे लोग, उनके संपर्क में आए लोग, होम क्वारंटाइन किए गए लोग और कोरोना वायरस के संदिग्ध भी शामिल हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए यह बेहद ही जरूरी है कि जो लोग हाल ही में विदेश से शहर वापस लौटे है। वह खुद प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दें। ताकि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
पीजीआइ के 200 बेड के नेहरू एक्सटेंशन सेंटर को बनाया आइसोलेशन वार्ड
पीजीआइ डायरेक्टर प्रो. जगत राम ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए 15 बेड का सीडी वार्ड बनाया गया है। जिसमें मरीजों के लिए 15 वेंटीलेटर भी उपलब्ध है। पीजीआइ प्रशासन की ओर से 200 बेड के नेहरू एक्सटेंशन सेंटर को आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है। जरूरत पड़ने पर इस सेंटर का कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। 15 और वेंटीलेटर की डिमांड कर दी गई है। जोकि जल्द ही पीजीआइ चंडीगढ़ को उपलब्ध हो जाएंगे।
पीजीआइ में अभी तक कोरोना वायरस के 328 सैंपल जांचे गए
प्रो. जगत राम ने बताया कि पीजीआइ चंडीगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस के 328 सैंपल जांचे जा चुके हैं। जिसमें 35 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 26 पंजाब के थे, एक हरियाणा और आठ केस चंडीगढ़ के थे। पीजीआइ डायरेक्टर प्रो. जगत राम ने बताया कि अस्पताल में 2200 मरीजों को इलाज होता है। ऐसे में अभी 800 पेशेंट पीजीआइ में एडमिट हैं। कई मरीजों को पंजाब, हरियाणा और हिमाचल भेज दिया गया है। कई मरीज यूपी, बिहार और अन्य राज्यों के हैं। ऐसे में वहां की सरकार या प्रशासन चाहे तो अपने बा¨शदों की मदद के लिए वह पीजीआइ से संपर्क कर उन्हें स्टेट होम बुला सकते हैं।