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जिंदगी को कैनवास पर किया प्रिट

उसका प्रिट कैनवास या पेपर शीट पर लिया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 09:27 PM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 09:27 PM (IST)
जिंदगी को कैनवास पर किया प्रिट
जिंदगी को कैनवास पर किया प्रिट

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : प्रिटमेकिग, जिसमें पहले प्लेट या वुड पर चित्र को बनाया जाता है, फिर उसका प्रिट कैनवास या पेपर शीट पर लिया जाता है। ये दिलचस्प प्रोसीजर होता है, जिसमें कमाल इंक का भी होता है। ये इंक वुड या प्लेट की शेप में जाकर कागज पर अपना एक अलग ही रंग छोड़ती है, जो शायद कलाकार ने भी सोचा नहीं होता। इसी खूबसूरत कला को मंगलवार को शहर के 21 प्रिटमेकर्स ने प्रदर्शित किया। गवर्नमेंट आर्ट गैलरी-10 में प्रदर्शित इस प्रदर्शनी का द प्रिटमेकर्स नाम दिया गया है। प्रदर्शनी की शुरुआत महिला सशक्तीकरण से जुड़े प्रिट से होती है, जिसमें कलाकार मिनी पुरी की महिलाओं के संघर्ष को दर्शाता प्रिट है। इसमें महिलाओं के साथ बुरा करने वाले समाज को वैसा ही व्यवहार मिलता है, के संदेश को दिखाया है। इसमें महिलाओं की छवि और एबस्ट्रेक्ट आर्ट की मदद ली गई है। कलाकार की चीख ऐसी ही होती है

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प्रदर्शनी में शहर के कलाकार मनुप्रिय गौतम ने अपनी कला में चीख को थीम रखा है। जिसमें रियलिस्टिक पोट्रेट की थीम पर एक लड़के को चीखते हुए दिखाया है। उन्होंने कहा क्योंकि प्रिट में आपको प्रिट लेना होता है, ऐसे में डिटेल वर्क बहुत जुड़ा होता है। इसमें थोड़ा सा भी फर्क आने पर ये वैसा नहीं बन पाएगा, जैसा आप बनाना चाहते हैं। ऐसे में मेरे लिए ये काफी मुश्किल था। कलाकार के अंदर की चीख जो केवल आर्ट वर्क से ही दिख सकती है, उसे मैंने इसमें दिखाया है। लड़कियों की आजादी से जुड़ी है ये कला

जीएमएसएसएस-15 में फाइन आर्ट की टीचर अमनदीप कौर का प्रिट लड़कियों की आजादी की बात करता है। इसमें महिलाओं के आगे समाज को प्रदर्शित किया है, जिसके लिए कैंची का इस्तेमाल किया गया है, जो महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने देती। अमनदीप ने कहा कि ये आर्ट वर्क उन्होंने अबॉर्शन और दहेज से जुड़ी प्रथा के विरुद्ध बनाया, जिसकी वजह से लड़कियों का जीवन आज भी एक सवाल बन गया है। रेलवे स्टेशन की टिकट पर बनाई आर्ट

प्रिटमेकर राहुल धीमान का कार्य प्रदर्शनी में सबसे अलग है। इन्होंने दो आर्ट वर्क तैयार किए। जिसमें रेलवे स्टेशन के इर्दगिर्द के जीवन को दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि मैं अकसर रेलवे स्टेशन से जब भी शहर की ओर आता हूं, तो एक अलग जीवन पाता हूं। ऐसे में मैंने वुडकट तकनीक से इस प्रिट को बनाया, जिसमें टिकट के अंदर ही स्टेशन का दृश्य दिखाया। साथ ही मैंने एक और कार्य किया, जिसमें असल रेलवे टिकट पर मिनिएचर फॉर्म में प्रिट बनाए। ये दोनों ही आर्ट वर्क यूरोप में आयोजित होने वाली प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगे। प्रिटमेकिग का प्रोसेस कुदरत के रूप में दिखाया

जीएमएसएसएस-16 के फाइन आर्ट टीचर सुभाष शौरे का आर्ट वर्क प्रिटमेकिग के प्रोसेस की ही बात करता है। उन्होंने कहा कि वे एक लंबे समय से इस प्रोसेस से जुड़े हैं। ऐसे में इसकी कुदरत को अपने ही अंदाज में दिखाया। इसमें तीन चित्र हैं, जिसमें एक तरह प्लेन दृश्य, फिर इसका प्रिट और उसके बाद इसमें वीविग तकनीक को दिखाया। भारत में वीविग तकनीक प्रसिद्ध है, ऐसे में मैंने इसे कैनवास पर किया। जिसमें दो प्रिट लेकर, इन्हें एक दूसरे से वीव किया।

12 अप्रैल तक रहेगी प्रदर्शनी

गवर्नमेंट आर्ट गैलरी-10 में मंगलवार से शुरू हुई ये प्रदर्शनी 12 अप्रैल तक रहेगी। जहां सुबह 9 से शाम 5 बजे तक आया जा सकता है, जिसमें एंट्री फ्री रहेगी।


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