मोहाली बस स्टैंड में निवेश के नाम पर निवेशकों से की गई करोड़ों की धोखाधड़ी : बेदी Chandigarh News
बेदी ने कहा कि पुलिस की ओर से सीएंडसी कंपनी के डायरेक्टर को दिल्ली से गिरफ्तार करने के बाद निवेशकों को कुछ आस बंधी है कि शायद उनके डूबे हुए पैसे अब वापस मिल जाएंगे।
मोहाली, जेएनएन। पंजाब की पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने मोहाली के फेज-6 में बनाए गए बाबा बंदा सिंह बहादुर इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आइएसबीटी) के नाम पर निवेशकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। नगर निगम के कांग्रेस पार्षद कुलजीत सिंह बेदी ने शनिवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में ये आरोप लगाए।
बेदी ने कहा कि पुलिस की ओर से सीएंडसी कंपनी के डायरेक्टर को दिल्ली से गिरफ्तार करने के बाद निवेशकों को कुछ आस बंधी है कि शायद उनके डूबे हुए पैसे अब वापस मिल जाएंगे। बेदी ने कहा कि इस बस स्टैंड का लाभ किसी को नहीं मिल रहा। हाल ये है कि बिजली का बिल जमा न करवाने के चलते बस स्टैंड का कनेक्शन तक कट गया। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री की ओर से निवेशकों व मोहाली की जनता को आधुनिक बस स्टैंड के नाम पर ठगा है।
करोड़ों रुपये खर्च फिर भी नहीं किसी काम का
उन्होंने कहा कि बस स्टैंड के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। लेकिन शहर से बाहर होने के कारण इस बस स्टैंड का लाभ किसी को नहीं मिल रहा। बस स्टैंड पर राजनीति हो रही है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। फेज-8 में जो पुराना बस स्टैंड था, गमाडा की ओर से उसे तोड़ दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद बसें वहीं से चलती हैं।
पैसे वापस लेने को निवेशक लगा रहे चक्कर
इस बस स्टैंड पर देश के अलग-अलग राज्यों के निवेशकों की ओर से निवेश किया गया था। जिला प्रशासन व राज्य सरकार के पास अपने निवेश के पैसे वापस लेने के लिए पचास से ज्यादा शिकायतें अब तक दर्ज की जा चुकी हैं। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं लेकिन कंपनी पैसा वापस नहीं कर रही। उधर, पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए कंपनी के डायरेक्टर से पूछताछ की जा रही है। लेकिन फिलहाल निवेशकों को अपने पैसे वापस मिलते नजर नहीं आ रहे।