डीपी आजाद को लीविंग लीजेंड कपिल देव ने बताया महान कोच
स्व. देश प्रेम आजाद की फोटो सोशल मीडिया शेयर कर उन्हें महान कोच बताया।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : शिक्षक दिवस पर लीविग लीजेंड कपिल देव ने अपने कोच स्व. देश प्रेम आजाद की फोटो सोशल मीडिया शेयर कर उन्हें महान कोच बताया। देश प्रेम आजाद का पूरा जीवन क्रिकेट को समर्पित रहा। पहले उन्होंने साल 1953 से लेकर 1973 तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला। इस दौरान वे हरियाणा, महाराजा ऑफ पटियाला इलेवन और दक्षिणी पंजाब की तरफ से खेले। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 658 रन बनाए और आठ विकेट लिए थे। 2005 में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली अंडर-19 टीम के दो मैच में उन्होंने बतौर रेफरी अपनी सेवाएं दी थी। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट की कोचिग देते हुए देश को कई इंटरनेशनल खिलाड़ी दिए। क्रिकेट के पहले द्रोणाचार्य अवॉर्डी थे डीपी आजाद
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रवक्ता सुशील कपूर ने बताया कि डीपी आजाद पहले क्रिकेट कोच थे, जिन्हें उनकी सेवाओं के लिए खेल मंत्रालय ने 1986 को द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया था। डीपी आजाद ने वर्ल्ड कप-1983 विजेता के कप्तान कपिल देव, वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले चेतन शर्मा, योगराज सिंह और अशोक मल्होत्रा जैसे क्रिकेटर दिए। जिन्होंने देश दुनिया में अपनी प्रतिभा से क्रिकेट के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने पूर्व खिलाड़ी व बेहतरीन कोच के सम्मान में पंजाब इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट चैंपियन तीन साल पहले शुरू की थी। कपिल देव और सचिन इसलिए बने महान
क्रिकेट स्टेडियम-16 के पूर्व कोच हरीश शर्मा कहते हैं कि आजकल के युवा क्रिकेटर्स को कपिल देव और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों से सबक लेना चाहिए। कपिल देव और सचिन तेंदुलकर ने उपलब्धियों के आसमान पर पहुंचकर भी अपने गुरु को नहीं भुलाया। कपिल देव आज भी अपने पहले कोच डीपी आजाद को अपनी कामयाबी श्रेय देते हैं। वैसे ही तेंदुलकर भी अपने कोच रमाकांत आचरेकर को कभी नहीं भूले। मैंने अपने जीवन में कई खिलाड़ी ऐसे देखे हैं, जिन्हें बैट पकड़ना हमने सिखाया और जब वह नेशनल कैंप या रणजी खेलने लगे, तो उनके कोच बदल गए।