Chandigarh Coronavirus Update: बापूधाम के आठ लोगों ने कोरोना को दी मात, मोहाली में दो नए पॉजिटिव केस
Coronavirus Chandigarh Update सेक्टर-15 की 91 साल की बुजुर्ग की संपर्क में आए पांच लोगों की रिपोर्ट शुक्रवार को नेगेटिव आई।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक/रोहित कुमार]। शहर के हॉटस्पॉट इलाके बापूधाम कॉलोनी के आठ लोग कोरोना का मात देकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। इसी साथ शहर में कोरोना से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 199 हो गई है। वहीं मोहाली में शनिवार को कोरोना के दो नए केस सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज सेक्टर-71 से और दूसरा मरीज सेक्टर-77 से है। इसी के साथ मोहाली में कुल संक्रमितों की संख्या 113 हो गई है। इनमें से 102 लोग ठीक हो चुके हैं और तीन की मौत हो गई थी।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते चंडीगढ़ के लिए शुक्रवार का दिन राहत भरा रहा। शुक्रवार को शहर में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज नहीं किया गया। शहर में अभी तक 289 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। जबकि अब तक 189 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। इस समय 31 लोगों के सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। इन सबकी रिपोर्ट शनिवार को आएगी। सेक्टर-15 की 91 साल की बुजुर्ग की संपर्क में आए पांच लोगों की रिपोर्ट शुक्रवार को नेगेटिव आई। इनमें परिवार के तीन और कम्युनिटी कांटेक्ट के दो लोग शामिल हैं।
सेक्टर-15 की 91 साल की बुजुर्ग की पीजीआई में रिपोर्ट आई नेगेटिव
सेक्टर-15 की 91 साल की बुजुर्ग महिला जो की गर्दन में फ्रैक्चर के चलते मैक्स हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट हुई थी। इस दौरान जब मैक्स हॉस्पिटल में बुजुर्ग महिला के कोरोना सैंपल लेकर टेस्टिंग की गई उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई । लेकिन जब महिला के दोबारा सैंपल लेकर पीजीआई चंडीगढ़ में टेस्टिंग की गई उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। डॉक्टर यह पता लगा रहे हैं कि आखिरकार महिला कितने दिन से संक्रमित थी जो कि मैक्स हॉस्पिटल में टेस्टिंग करने पर उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
बुजुर्गों के संपर्क में 5 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव
सेक्टर 15 की 91 साल की बुजुर्ग महिला के संपर्क में परिवार के तीन और कम्युनिटी कांटेक्ट में 2 लोग शामिल थे। इन लोगों के सैंपल लेकर जब टेस्टिंग की गई इन पांचों लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
मरीजों के लिए चंडीगढ़ में तीन हजार बेड उपलब्ध कराने को प्रशासन तैयार
सामान्य और गंभीर दोनों कैटेगरी के मरीजों को तीन हजार बेड उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन तैयार है। वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, पीपीई और दवाओं की मरीजों के लिए कोई कमी नहीं है। यह जानकारी एडवाइजर मनोज परिदा ने शुक्रवार को कोरोना पर वॉर रूम मीटिंग के दौरान दी। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया गाइडलाइंस अनुसार रेगुलर टेस्टिंग हो रही है। साप्ताहिक तौर पर सभी कंटेनमेंट जोन को रिव्यू किया जा रहा है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने पीजीआइ सहित तीनों मेडिकल इंस्टीट्यूसन की गतिविधियों को रिव्यू किया। टेली मेडिसन वर्क के दौरान रोजाना 900 से अधिक मरीजों को हैंडल किया जा रहा है। इस पर प्रशासक बदनौर ने संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने डॉक्टरों को सलाह दी कि वह नॉन कोविड केस पर भी फोकस करें। प्रशासक ने मानसून के दौरान आने वाली पानी या हवा से उत्पन्न होने वाली बीमारियों की रोकथाम की तैयारियां रखने के आदेश दिए। टीबी, डेंगू जैसे नियमित हेल्थ प्रोग्राम भी चालू रहने चाहिए।
चंडीगढ़ से बाहर के मरीजों को अस्पतालों में नो एंट्री
शहर के सरकारी अस्पतालों में बाहरी मरीजों के लिए अब नो एंट्री हो गई है। शहर की डिस्पेंसरी, सिविल अस्पताल और सरकारी अस्पताल में डॉक्टर पंचकूला, मोहाली, जीरकपुर, नयागांव और बाहरी राज्य से आने वाले मरीजों का ट्रीटमेंट नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि जिन मरीजों का शहर के सरकारी अस्पतालों में लंबे समय से रूटीन इलाज चल रहा था। अब इन मरीजों को भी वापस भेजा जा रहा है।
प्रशासन कहता है चंडीगढ़ को बनाएंगे ट्राईसिटी का मेडिकल हब
यूं तो प्रशासन चंडीगढ़ को ट्राईसिटी का मेडिकल हब बनाना चाहता है। लेकिन कोरोना की इस महामारी में अब चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल और डिस्पेंसरी ने शहर से बाहर के मरीजों का इलाज करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। रोजाना दो से ढाई हजार लोग पंचकूला, मोहाली, जीरकपुर और नयागांव से अपने रूटीन चेकअप या इलाज के लिए शहर के सरकारी अस्पताल का रुख कर रहे हैं। लेकिन इन्हें अस्पताल में ही घुसने नहीं दिया जाता है। अगर जैसे तैसे मरीज अस्पताल में घुस भी गए तो इनसे पहले उनका स्थानीय निवास स्थान पूछा जाता है। अगर मरीज चंडीगढ़ का हुआ तो जैसे तैसे डॉक्टर उसे देख लेते हैं। लेकिन पंचकूला, मोहाली, जीरकपुर, नयागांव या बाहरी राज्य के मरीज का इलाज करने से साफ इन्कार कर रहे हैं।