सीबीआइ की क्लोजर रिपोर्ट के बहाने कैप्टन पर निशाना, बाजवा ने अमरिंदर को घेरा
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह बेअदबी मामले में सीबीआइ की क्लोजर रिपोर्ट को लेकर विरोधी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने भी उनपर हमला किया है।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में सीबीआइ की क्लाेजर रिपोर्ट पर सियासी घमासान थमता नहीं दिख रहा है। पंजाब सरकार द्वारा सीबीआइ को दिए सभी केस वापस लेने को लेकर भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोधियों ने उन पर चौतरफा हमला बोल दिया है। उनकी अपनी ही पार्टी के राज्य सभा सदस्य और पूर्व प्रदेश प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने भी कैप्टन अमरिंदर पर निशाना साधा है।
बाजवा ने विशेष जांच दल (SIT) के डीजीपी प्रबोध कुमार द्वारा सीबीआइ को लिखे पत्र और अदालत में सीबीआइ से केस वापस लेने की कार्यवाही को परस्पर विरोधी बताया है। दूसरी तरफ पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह ने कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा से इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप बाजवा बोले, विरोधाभासी बयान दे रहे कैप्टन अमरिंदर
प्रताप बाजवा ने कहा कि एक ओर तो सरकार ने जनवरी में सीबीआइ से केस वापस लेने की नोटिफिकेशन जारी कर दी थी, जिसे हाईकोर्ट ने भी मान लिया था। अब एसआइटी के प्रमुख ही सीबीआइ को पत्र लिखकर कह रहे हैं कि वह कुछ नए एंगल पर जांच करें जिसके बाद सीबीआइ ने भी ट्रायल कोर्ट में अपनी ही क्लोजर रिपोर्ट को लंबित करने की याचिका दायर कर दी है।
बाजवा ने कहा- कैप्टन बताएं कि पंजाब सरकार ने फाइलें सीबीआइ से कब मांगी
बाजवा ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि पंजाब सरकार ने सीबीआइ से इन मामलों की जांच वापस लेने के बाद भी छह महीने तक फाइलें वापस लेने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर से पूछा है कि वह बताएं कि पंजाब सरकार ने बेअदबी के मामलों की फाइलें सीबीआइ से कब मांगी? सीबीआइ ने अदालत में स्पष्ट कहा है कि सरकार ने उससे जांच के संबंध में कभी भी संपर्क नहीं किया तो कैप्टन किस बात पर यह दावा कर रहे हैं कि एसआइटी अब इन मामलों की जांच कर रही है।
बीर दविंदर ने कहा, बर्खास्त करें डीजीपी प्रबोध कुमार को, इस्तीफा दें तृप्त राजिंदर बाजवा
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर प्रबोध कुमार के नेतृत्व में एसआइटी अब बेअदबी के मामले की जांच कर रही है तो प्रबोध ने अब सीबीआइ को फिर से जांच करने के लिए क्यों लिखा? एसआइटी ने अब तक सीबीआइ से केस की फाइल वापस क्यों नहीं ली? क्या सीएम को इस मामले में गुमराह किया गया है कि मामलों की जांच सीबीआइ नहीं, एसआइटी कर रही है या वह वास्तविक स्थिति से अवगत होते हुए लोगों को इस मामले में गुमराह करते रहे।
कैप्टन बादल परिवार से हुए समझौते को निभा रहे : दविंदर
पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह ने कहा है कि पंजाब विधानसभा द्वारा सभी केस वापस लेने का प्रस्ताव जब पारित कर दिया था तो डीजीपी प्रबोध कुमार ने सीबीआइ को केसों की जांच जारी रखने का पत्र क्यों लिखा? उन्होंने आरोप लगाया कि इससे साफ जाहिर है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कई दिशाओं पर काम कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि एक तरफ वह बादल परिवार से हुए अपने समझौते को निभा रहे हैं और दूसरी ओर डेरा सिरसा को भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के खिलाफ न माफी योग्य अपराध से मुक्ति दिलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में प्रस्ताव लाने वाले मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के मंत्री पद और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे की मांग की है और कहा है कि वह विधानसभा में पारित किए गए प्रस्ताव का अनुपालन सुनिश्चित नहीं करवा पाए।
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सीएम से पूछे बिना डीजीपी पत्र नहीं लिख सकते : खैहरा
पंजाबी एकता पार्टी के प्रधान व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने भी लगभग वही सवाल उठाए हैं जो प्रताप बाजवा ने उठाए। खैहरा ने आरोप लगाया कि इस मामले में मुख्यमंत्री बादल परिवार को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक डीजीपी की इतनी हिम्मत नहीं हो सकती कि वह सीएम से बिना पूछे इतने महत्वपूर्ण मामले में सीबीआइ डायरेक्टोरेट को पत्र लिखे।
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