पत्रकारों से भिड़े वकील, हाथापाई कर कैमरा तोड़ा
पत्रकारों से हाथापाई व धक्कामुक्की की और एक चैनल के कैमरामैन का कैमरा तोड़ दिया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के खिलाफ हाईकोर्ट में हड़ताल का अभी तक कोई हल निकलता न देख अब कुछ वकीलों की हताशा नजर आने लगी है। वीरवार को हड़ताल के दौरान जब पत्रकार इससे परेशान आम लोगों का दर्द दिखाने लगे तो कुछ वकील इससे भड़क गए और पत्रकारों से हाथापाई व धक्कामुक्की की और एक चैनल के कैमरामैन का कैमरा तोड़ दिया। दरअसल वीरवार सुबह हड़ताल के दौरान हमेशा की तरह बार एसोसिएशन के सदस्यों ने जब हाईकोर्ट के सभी एंट्री गेट बंद किए हुए थे तो एक महिला जो अपने केस के सिलसिले में हाईकोर्ट आई हुई थी, उसे हाईकोर्ट में प्रवेश नहीं करने दिया गया। महिला द्वारा काफी आग्रह किए जाने के बाद भी जब उसको प्रवेश नहीं करने दिया गया तो महिला ने इससे परेशान होकर गेट नंबर एक बाहर लगे रेलिग पर अपना सिर मारना शुरू कर दिया। ऐसे करता देख जब मीडिया कर्मी जब कैमरे लेकर वहां पहुंचे तो कुछ वकीलों ने उनको इसे दिखाने से रोक दिया और कहा कि आप सिर्फ हमारी खबर दिखाओ। कुछ वकीलों ने मीडिया कर्मी के कैमरे के आगे अपने बोर्ड लगा दिए और महिला मीडिया कर्मी से धक्कामुक्की की गई। इसी धक्कामुक्की के दौरान एक कैमरामैन का कैमरा तोड़ दिया गया। वकीलों ने लगातार बोले अपशब्द
उग्र हुए कुछ वकीलों के इस बर्ताव को देखते हुए मीडिया कर्मियों ने पुलिस को इसकी सुचना दे दी। वहीं, गेट नंबर-1 पर धरना दे रहे कुछ वकील लगातार पूरे मीडिया को अपशब्द बोलते रहे। मामला बढ़ता हुआ देख पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा वहां पहुंचे और उन्होंने अपने ऑफिस में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डीपीएस रंधावा, सीनियर एडवोकेट गुरमिदर सिंह गेरी और अन्य वकीलों की मौजूदगी में मीडिया कर्मियों से बात की और मामला सुलझाने का प्रयास किया। बाद में सार्वजनिक तौर पर मांगी माफी
पहले तो नंदा ने इस पूरी घटना की निदा करते हुए मीडिया से खुद माफी मांगी। उनके बाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रंधावा ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए सभी वकीलों की ओर से माफी मांगी लेकिन मिडिया कर्मियों का कहना था कि जिन वकीलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है जब तक वे सार्वर्जनिक तौर पर माफी नहीं मांगते हैं तब तक हमारे लिए यहां हाईकोर्ट से रिपोर्टिंग कर पाना संभव नहीं होगा। इसके बाद दोपहर तीन बजे गेट नंबर-1 जहां वकील पिछले कई दिनों से हड़ताल कर रहे हैं, वहां पर सबकी मौजदगी में एडवोकेट जनरल अतुल नंदा, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रंधावा और सीनियर एडवोकेट अनुपम गुप्ता ने कड़े शब्दों में इस घटना की निदा करते हुए महिला पत्रकार और अन्य सभी मीडिया कर्मियों से माफी मांग ली। दो दिन पहले ही किया था झगड़ा
दो दिन पहले भी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के उप प्रधान विकास मलिक ने आइडी कार्ड न होने पर जज के सचिव से झगड़ा किया और उन्हें लात मार दी थी। पूरा स्टाफ हड़ताल पर गया तो बार के प्रधान ने इसके लिए माफी मांगी लेकिन स्टाफ नहीं माना। जब विकास मलिक ने आकर माफी मांगी तो जाकर मामला शांत हुआ था। कुछ एडवोकेट्स की नादानी से हमारी इस मुहिम को पहुंच रहा आघात : रंधावा
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रंधावा ने कहा कि हरियाणा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के खिलाफ वकीलों द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम को कुछ एडवोकेट्स की नादानी के कारण आघात नहीं पहुंचने दिया जा सकता। मीडिया ही हमारी आवाज सरकार तक पहुंचा रहा है, अब अगर हमारे ही कुछ साथी मीडिया के साथ इस तरह का व्यवहार करेंगे तो उससे हमें ही नुकसान होगा। वरिष्ठ एडवोकेट अनुपम गुप्ता जिनकी एक आवाज पर पूरी बार एसोसिएशन उनके साथ खड़ी जाती है, ने इस घटना की निदा करते हुए वकीलों को कहा कि मीडिया अपना काम करा रहा है और वकीलों को अपना काम करना चाहिए। वकीलों को किसी भी सूरत में मीडिया के काम में दखल नहीं देना चाहिए। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप