चंडीगढ़ में शुरू हुआ क्रेच की रेनोवेशन का काम, 23 लाख रुपये का टेंडर जारी
कोरोना वैक्सीन आने से अब शहर में सभी तरह की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में शहर में बने क्रेच की जरूरत भी बढ़ गई है। शहर में ज्यादातर दंपती कर्मचारी वर्ग है। ऐसे में उन्हें अपने बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच की सुविधा लेनी पड़ती है।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन आने के बाद कोरोना वायरस से लड़ाई अंतिम चरण में पहुंच गई है। शहर में अनलॉक प्लान के तहत स्कूल, कॉलेज दूसरे शिक्षण संस्थान के साथ सभी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। महिला कर्मचारी अपने ऑफिस जा रही हैं, जिस वजह से क्रेच की जरूरत बढ़ गई है। चार क्रेच की रेनोवेशन का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया है।
सेक्टर-45, 46, 32 और 47 की क्रेच के लिए 23 लाख रुपये का टेंडर जारी किया गया है। दो क्रेच की रेनोवेशन पर सात लाख 77 हजार रुपये का खर्च आएगा। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने इन सभी के टेंडर जारी कर दिए हैं। कोरोना काल में सभी क्रेच को बंद रखा गया था। लेकिन अब सभी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। न्यूक्लीयर फैमिली में पति-पत्नी दोनों वर्किंग होते हैं। चंडीगढ़ में ऐसी फैमिली बड़ी संख्या में हैं। जिनके ऑफिस जाने के बाद पीछे बच्चों को संभालने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे परिवारों के लिए क्रेच बहुत सहायक हैं। पेरेंट्स के जाने पर क्रेच में बच्चों को रखा जाता है। क्रेच बंद होने से ऐसे लोगों को काफी दिक्कत आ रही थी। अब रेनोवेशन के बाद क्रेच की हालत सुधर जाएगी। रेनोवेशन के बाद इनकी हालत बेहतर हो जाएगी।
स्कूल और कॉलेज भी हुए शुरू
स्कूल और कॉलेज भी अब शुरू हो चुके हैं। अब स्कूलों में छठी से 12वीं तक के स्टूडेंट्स आने लगे हैं। कोरोना की स्थिति और नियंत्रण में आएगी तो प्राइमरी लेवल के बच्चे भी स्कूल आने लगेंगे। उसी को देखते हुए तैयारी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट भी कर रहा है। इसलिए शहर की प्रमुख क्रेच की रेनोवेशन शुरू की गई है। यह रेनोवेशन पूरी होने के बाद इन्हें खोला जाएगा। क्रेच में आस-पास के बच्चों को फायदा मिलेगा। अभिभावक अपने बच्चों को यहां छोड़ सकेंगे।