पंजाबी लोक गीतों को फिर से जगाने की पहल, अपनी आवाज से रीमिक्स करेंगी गायिका किरण कौर
पंजाबी गायिका किरण कौर अपनी दिलकश आवाज के माध्यम से पंजाबी लोक गीतों को रीमिक्स करने जा रही है। आवाज पंजाब दी फेम की गायिका किरण कौर जुत्ती कसूरी बूहे बारिया अज्ज दी दिहाड़ी जैसे पंजाबी लोकगीतों को अपनी आवाज दे रही हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाबी गायिका किरण कौर अपनी दिलकश आवाज के माध्यम से पंजाबी लोक गीतों को रीमिक्स करने जा रही है। 'आवाज पंजाब दी ' फेम की गायिका किरण कौर जुत्ती कसूरी, बूहे बारिया, अज्ज दी दिहाड़ी जैसे पंजाबी लोकगीतों को अपनी आवाज दे रही हैं। इन गीतों के बोल तो पुराने ही रहेंगे, इनका संगीत रीमिक्स किया जाएगा और इन्हें एक नए रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाबी लोकगीत सदाबहार हैं। इनमें पंजाबी संस्कृति और इतिहास का सही सार छुपा होता है। गीत और संगीत न केवल युवाओं की आत्मा को छूएगा, बल्कि उन्हें अपनी जड़ों से भी जोड़े रखेगा।
किरण कौर ने बताया कि पंजाब के युवा इन दिनों ऐसे पंजाबी गाने गा रहे हैं, जिनमें ज्यादातर हथियारों की तारीफ की जाती है, महिलाओं को एक वस्तु की तरह पेश किया जाता है सारे गीत भले ही ऐसे न हों, लेकिन वर्तमान पंजाबी गीतों में से ज्यादातर ऐसे हैं जो पंजाब में दिखावे की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं। हमने जो लोक गीत रिकॉर्ड किए जा रहे हैं, उन्हें पहले पंजाब की स्वर साम्राज्ञी कही जाने वाली सुरिन्दर कौर और उनकी बहन प्रकाश कौर द्वारा गाया जा चुका है। इतना ही नहीं, पंजाबी लोक गायकों और पाकिस्तानी गायकों के अन्य हिट गाने भी रिकार्ड किए जा रहे हैं।
हालांकि गीत वही पहले वाले हैं, लेकिन इनके संगीत को एक आधुनिक टच दे रहे हैं, ताकि युवाओं के साथ भी सहज रूप से जुड़ा जा सके। इस तरह के संगीत का कोई मुकाबला नहीं है, क्योंकि इनमें बहुत पवित्रता है। इतना ही नहीं, पंजाबी लोक संगीत का तो एक शानदार खजाना है। सच में, यह हमें हमारी संस्कृति को फिर से समझने का मौका देता है।
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