तबादलों में देरी पर भड़के जेबीटी शिक्षकों ने किया निदेशालय का घेराव
शिक्षा विभाग में पिछले 8-10 वर्षो से अपने गृहजिलों एवं परिवार से सैकड़ों किलोमीटर दूर नौकरी कर रहे जेबीटी शिक्षक सोमवार को शिक्षा निदेशालय पर जमकर गरजे और निदेशालय का घेराव किया। इससे पहले प्रदेशभर से पहुंचे जेबीटी शिक्षक हैफेड पार्क, पंचकूला में एकत्रित हुए और सरकार व विभाग को अंतर-जिला स्थानातरण करने में हो रही देरी पर जमकर कोसा और नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : शिक्षा विभाग में पिछले 8-10 वर्षो से अपने गृहजिलों एवं परिवार से सैकड़ों किलोमीटर दूर नौकरी कर रहे जेबीटी शिक्षक सोमवार को शिक्षा निदेशालय पर जमकर गरजे और निदेशालय का घेराव किया। इससे पहले प्रदेशभर से पहुंचे जेबीटी शिक्षक हैफेड पार्क, पंचकूला में एकत्रित हुए और सरकार व विभाग को अंतर-जिला स्थानातरण करने में हो रही देरी पर जमकर कोसा और नारेबाजी की। शिक्षा विभाग द्वारा नई अंतर-जिला स्थानातरण नीति बनाकर अभी तक तबादलों की प्रक्रिया शुरू न करने, सामान्य तबादले व एनिवेयर समस्या का समाधान न करने से आक्रोशित जेबीटी शिक्षक फिर नारेबाजी करते हुए शिक्षा निदेशालय पहुंचे और घेराव किया। इस पर मौलिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक हरचरण छोकर ने गेट पर आकर शिक्षक नेताओं से बातचीत की और ज्ञापन लिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग शिक्षकों की मागों व समस्याओं को लेकर गंभीर है और जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा। घर से दूर नौकरी के चलते हो रही परेशानी
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष तरुण सुहाग ने बताया कि प्रदेश के हजारों जेबीटी शिक्षक अंतर-जिला तबादले न होने के कारण अपने परिवार से सैकड़ों किलोमीटर दूर अन्य जिलों में कार्यरत हैं। प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग के आला अधिकारी पिछले एक साल से अंतर जिला तबादला पॉलिसी बनाकर तबादले करने का आश्वासन देते आ रहे हैं, परन्तु अपने वादे पर खरा नहीं उतर रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी अंतर जिला तबादले और एनिवेयर एवं पेंडिंग ग्रीवेंस की समस्या 2 साल बीतने पर भी हल करने में असमर्थ रहे हैं, जिससे प्रदेश के जेबीटी शिक्षकों में भारी आक्रोश है। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव सुरेश लितानी, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुंडू, संयोजक सरदार जगजीत सिंह, सह-संयोजक राजेश खरब, मुख्य सलाहकार देवेंद्र दहिया, कानूनी सलाहकार दलीप बिशनोई, जिला प्रधान बलबीर, वेदपाल, रुपिंदर गोयत, राजेश पुनिया, सुरेंद्र सूरा, विकास टुटेजा, गोपीचंद भी उपस्थित रहे।