जाखड़ बोले, मलिक कैप्टन सरकार पर टिप्पणी के बजाय केंद्र सरकार के कामकाज का अध्ययन करें
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भाजपा पंजाब अध्यक्ष के बयान पर उनकी निंदा की। कहा कि वह पंजाब सरकार पर टिप्पणी के बजाय मोदी सरकार के कामकाज की समीक्षा करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भाजपा पंजाब अध्यक्ष के बयान पर उनकी निंदा की। कहा कि वह पंजाब सरकार पर टिप्पणी के बजाय मोदी सरकार के कामकाज की समीक्षा करें।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भाजपा प्रधान श्वेत मलिक को सलाह दी है कि वह पंजाब सरकार के एक साल के कार्य प्रदर्शन के बारे में टिप्पणी करने से पहले वे मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल का अध्ययन करें।
यहां जारी बयान में जाखड़ ने कहा कि भाजपा पंजाब अध्यक्ष को एक जिम्मेदारी वाला पद संभालने के अवसर पर अपने राज्य की सरकार के बारे में इस तरह का गैरजिम्मेदाराना बयान देने से पहले अपनी पार्टी की केंद्र में चल रही सरकार के कार्यप्रदर्शन पर भी विचार करना चाहिए था। जाखड़ ने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने जब 2017 मे सत्ता संभाली थी तो कांग्रेस सरकार को विरासत में अकाली-भाजपा के 10 साल के कुशासन के साथ तबाह हो चुकी अर्थव्यवस्था मिली थी।
उन्होंने कहा कि कैप्टन ने जब सत्ता संभाली थी तब राज्य में न तो कानून का राज था और न ही खजाने में कोई पैसा था। लेकिन, कांग्रेस सरकार ने अपने पिछली एक साल में ही न केवल राज्य को आर्थिक कंगाली से निकालने के लिए सफल प्रयास किए हैं, बल्कि साथ ही साथ अपने चुनावी वादे भी पूरा करने का कार्य किया। जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानी कर्ज माफी की योजना को प्रभावी और चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है और अब एससीबीसी समुदाय के भी 50 हजार तक के कर्जे माफ करने का फैसला किया गया है
उन्होंने कहा कि अब तक राज्य सरकार अपने सवा सौ से अधिक चुनावी वादे पूरे कर चुकी है और लगातार पूरे विश्वास के साथ सरकार हर एक चुनावी वादा पूरा करने के लिए दृढ़ता से काम कर रही है। जाखड़ ने भाजपा के राज्य अध्यक्ष से पूछा कि वह पंजाब सरकार के बारे में बयानबाजी करने से पहले केंद्र सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी देख लें।
जाखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार बनाने से पहले भाजपा ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं कर सकी है। इसी तरह से स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के वादे से भी केंद्र सरकार भाग गई है। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 3 वर्षों में 36000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं जबकि प्रधानमंत्री किसानों को 2022 के स्वप्न दिखा रहे हैं।
जाखड़ ने कहा कि अल्पसंख्यकों और एससीएसटी समुदाय के साथ धक्केशाही ही मोदी सरकार की प्राप्ति रही है या फिर इस सरकार के राज्य में बैंकों का पैसा लेकर लोग विदेशों में भाग गए हैं, ओर कोई अन्य प्राप्ति मोदी सरकार के नाम बोलती नहीं है। जाखड़ ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार जुमलेबाजी में नहीं बल्कि काम में विश्वास करती है और राज्य सरकार के कार्य करके ही गुरदासपुर उपचुनाव और स्थानीय निकाय चुनावों में राज्य के लोगों ने इस सरकार के हक में फतवा दिया है। उन्होंने कहा कि 2019 में मोदी सरकार के शिगूफों का स सभी के सामने आ जाएगा।
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