इन्फर्मेशन व ट्रैप मोहाली पुलिस का, क्रेडिट ले रही हरियाणा पुलिस
पंचकूला पुलिस ने आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर लिया है। जिस कारण मोहाली पुलिस को आरोपितों का न तो ट्रांजिट रिमांड मिला और न ही प्रोडक्शन।
मोहाली, [संदीप कुमार]। 11 मार्च, बुधवार को फेज-9 में सुबह साढ़े सात बजे दूध डालने आए दोधी कमलप्रीत को जिस सिमरनजीत सिंह सीमू ने अपने साथियों समेत जांघ पर गोली मारी थी, उसे मोहाली फेज-8 पुलिस ने पंचकूला के बिल्ला में रविवार सुबह एक मुठभेड़ के दौरान पकड़ा है। हालांकि इस मुठभेड़ में फेज-8 थाने में तैनात पुलिस मुलाजिम रसप्रीत के टांग से गोली आर-पार हो गई। पुलिस ने बदमाश के तीन अन्य साथियों गुरप्रीत, गुरचरण व जगमोहन को भी गिरफ्तार कर लिया है। रसप्रीत की हालत स्थिर है। पंचकूला पुलिस ने आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर लिया है। जिस कारण मोहाली पुलिस को आरोपितों का न तो ट्रांजिट रिमांड मिला और न ही प्रोडक्शन। इस समय आरोपितों से पंचकूला सीआइडी पूछताछ कर रही है लेकिन मोहाली पुलिस का क्रेडिट पंचकूला पुलिस को मिलेगा।
सुबह तीन बजे हुई थी लोकेशन ट्रेस एसएचओ रजनीश चौधरी ने बताया कि रविवार सुबह तीन बजे उनके हाथ एक लीड लगी थी। वह लीड इंटरनेट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली डोंगल थी जिसके जरिये वे वाट्सएप कॉल किया करते थे। सोशल नेटवर्क के कारण उन्होंने लीड को ट्रेस किया और उन्हें गांव बिल्ला में आरोपितों की लोकेशन ट्रेस हुई। ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले उन्होंने चंडीमंदिर थाना पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद पंचकूला थाना पुलिस का एक मुलाजिम ऑपरेशन के लिए उनके साथ गया।
ऑपरेशन में शामिल थे 11 लोग
एसएचओ रजनीश चौधरी ने बताया कि 11 लोगों की टीम बनाई थी। गांव बिल्ला पहुंचकर पड़ोसियों की छत के जरिये चार मुलाजिम आरोपितों के कमरे की छत पर पहुंचे थे। खुद एसएचओ रजनीश चौधरी ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर जब आरोपितों के कमरे का दरवाजा खोला तो आरोपितों ने एक फायर किया जोकि मिस हो गया। उसी दौरान गोली चलने पर एसएचओ व उनको कवर करने के लिए तैनात मुलाजिम पीछे हटे, उसी दौरान चारों आरोपित छत पर भागे जहां आरोपित जगमोहन ने पुलिस मुलाजिम रसप्रीत पर गोली चला दी। लेकिन अन्य पुलिस मुलाजिमों ने उन्हें दबोचकर पकड़ लिया। जिनसे दो पिस्टल व छह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
बड़ी वारदात को देना था अंजाम, लॉकडाउन के कारण फंस गए थे
एसएचओ रजनीश चौधरी ने बताया कि आरोपित सिमरनजीत सीमू अपने साथियों सहित एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था जोकि गांव बिल्ला में एक महीने से किराये पर रह रहे थे। लॉकडाउन में पैसे खत्म हो जाने के चलते इस वारदात को टाल दिया गया था। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपित सिमरनजीत सिंह सीमू के खिलाफ नारायणगढ़ में भी इरादा-ए-कत्ल का मामला दर्ज है।
दोधी से कॉलेज की रंजिश थी
दोधी कमलप्रीत सिंह ने डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। पिछले साल ही उसकी पढ़ाई पूरी हुई थी। कमलप्रीत कॉलेज पॉलीटिक्स में एचएसए पार्टी का स्पोर्टर था। कमलप्रीत के अनुसार उस पर हमला कॉलेज में पढ़ने वाले सिमरनजीत सिंह सीमू मुस्तफा व उसके साथियों ने किया था। सीमू नारायणगढ़ हरियाणा का रहने वाला है। कमलप्रीत के बताने अनुसार सीमू मुस्तफा से उसका करीब दो साल पहले झगड़ा हुआ था। दोनों में पुरानी रंजिश थी। भूप्पी राणा गैंग से जुड़ा होने के कारण उसने कमलप्रीत पर 11 मार्च को गोली चलाई थी। फेज-8 थाना पुलिस ने उसके खिलाफ इरादा कत्ल का मामला दर्ज किया था। लेकिन इस वारदात में सिमरनजीत सीमू के साथ केवल जगमोहन ही आया था।