रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी आत्मनिर्भरता अहम : बीएस धनोआ
भारतीय सेना की वीरता पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
जासं, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग द्वारा सोमवार को भारतीय सेना की वीरता पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में पूर्व एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। कुलपति प्रो. राजकुमार ने धनाओ का स्वागत किया। अपने संबोधन में धनोआ ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी आत्मनिर्भरता अहम है। जिसको बढ़ावा देने के लिए सभी क्षेत्रों में इनोवेटर्स और ईको सिस्टम की आवश्यकता है। उसके अलावा सरकार ने जिन 101 रक्षा वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है, वह काबिलेतारीफ है। इससे घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, जो प्रतिस्पर्धा और उत्कृष्टता प्रदान करेगा। 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में बालाकोट एयर स्ट्राइक की गई थी। सूचना का प्रभुत्व और आत्मनिर्भरता एक-दूसरे से जुड़ी
धनोआ ने कहा कि सूचना का प्रभुत्व और आत्मनिर्भरता ये दोनों बातें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। दोनों बातें एक व्यक्ति में होनी जरूरी हैं। ये बातें राष्ट्रीय सुरक्षा और कोविड-19 महामारी की प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने की कुंजी है। अगर आपके पास किसी चीज की सही सूचना होगी, तो आप उस कार्य को आसानी से कर सकते हैं। दूसरा आत्मनिर्भरता, अगर व्यक्ति आत्मनिर्भर हो तो वह दूसरों के सहारे नहीं रहता। उन्होंने युवाओं को भारतीय सेना की वीरता की गाथा भी सुनाई। कुलपति प्रो. राजकुमार ने कैंपस में पहली बार आने पर धनोआ का स्वागत किया। वीसी ने कहा कि युवा पीढ़ी हमेशा बलिदान और शौर्य के प्रेरक प्रतीकों के रूप में सशस्त्र बलों की शानदार गाथा को देखती है। वर्दी राष्ट्र के लिए प्रेरणा
डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन प्रो. आरके सिगला ने कहा कि वर्दी राष्ट्र के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्त्रोत है। जिसे देखकर हर एक व्यक्ति प्रेरित होता है। मनोविज्ञान विभाग की चेयरपर्सन प्रो. सीमा विनायक ने कहा कि कोविड-19 में युवा पीढ़ी का मनोबल महत्वपूर्ण है।