सीएम व केंद्रीय मंत्री के जिलों में सबसे ज्यादा 'खुले में शौच'
पंजाब को 31 दिसंबर तक खुले में शौच मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन मुख्यमंत्री का अपना गृह जिला पटियाला खुले में शौच से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
चंडीगढ़ [कैलाश नाथ]। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को भरोसा दिया है कि 31 दिसंबर तक पंजाब खुले में शौच मुक्त हो जाएगा। वहीं, एक हकीकत यह भी है कि मुख्यमंत्री का अपना गृह जिला पटियाला खुले में शौच से सबसे ज्यादा प्रभावित है। ऐसा ही हाल केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के जिले बठिंडा का भी है।
2012 के सर्वे के अनुसार पटियाला के 928 गांवों में 32,933 शौचालय की आवश्यकता थी, लेकिन 15 अगस्त 2017 तक यहां 10,115 शौचालय ही बन पाए हैं, जबकि 10,227 पर काम चल रहा है। इसी प्रकार बठिंडा के 298 गांवों में 36,858 घर शौचालय रहित थे, लेकिन 15 अगस्त 2017 तक यहां 12,051 शौचालय ही बन पाए हैं। 12 हजार से अधिक में काम चल रहा है।
पूरे पंजाब में 7.91 लाख शौचालय बनने थे। 15 अगस्त 2017 तक स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2 लाख शौचालय बनाए जा चुके हैं। विभाग का मानना है कि 2 लाख के करीब शौचालय लोगों ने पहले ही बनवा लिए गए हैं। एक लाख शौचालयों का निर्माण चल रहा है। यानी चार माह में ग्र्रामीण विभाग को 2 लाख शौचालय और बनवाने हैं।
ग्रामीण विभाग ने शुरू की समीक्षा
मुख्यमंत्री की ओर से केंद्र को दिए गए भरोसे के बाद से ग्र्रामीण विभाग ने अब चल रहे निर्माण कार्य की रोजाना समीक्षा शुरू कर दी है। विभाग के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा का कहना है कि नौ जिले फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, मोगा, मोहाली, जांलधर, कपूरथला, बरनाला, फरीदकोट व एसबीएस नगर पहले ही खुला शौच मुक्त हो गए हैं। यानी इन जिलों के ग्र्रामीण क्षेत्र के हर घर में शौचालय बन गया है। बाकी राज्यों के मुकाबले पंजाब अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है।
97 हजार शौचालयों को जीओ टैग
बाजवा के अनुसार 97 हजार शौचालय बनवाकर उसे जीओ टैग भी कर दिया गया है। यानी इन शौचालय के निर्माण कार्य को सेटेलाइट के माध्यम से भी देखा जा सकता है। 31 दिसंबर तक पंजाब खुले में शौच मुक्त होकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरेगा। फंड के संबंध में पूछे जाने पर मंत्री कहते है कि पिछले वर्ष केंद्र से 400 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि इस बार 450 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। शौचालय बनवाने को लेकर सरकार के पास फंड की कोई कमी नहीं है।
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