बैसाखी के रंग में
चंडीगढ़ की ऑर्गेनिक मार्केट। जहां बैसाखी के लिए बोलियां गाई जा रही थी।
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ की ऑर्गेनिक मार्केट। जहां बैसाखी के लिए बोलियां गाई जा रही थी। यहां लोग सब्जियां तो खरीद ही रहे थे, मगर बोलियां और गीत सुन बैसाखी के रंग में भी रंग रहे थे। सुखना लेक में नगरवन के पास हर शनिवार लगने वाली इस ऑर्गेनिक मार्केट में शनिवार को काफी रौनक रही। जहां ऑर्गेनिक फार्मर और शहरवासियों ने बैसाखी मनाई। अमेरिका छोड़ फिर अपने देश में बस गया
ऑर्गेनिक फार्मर मार्केट में पहुंचे किसान सीएस ग्रेवाल ने बताया कि हमारे देश में 12 ऋतुएं हैं। ऐसे में इन ऋतुओं और मौसम के अनुसार फल और सब्जियां उगाई जाती हैं। मैं अमेरिका में जॉब करता था, मगर भारत जैसा मौसम और कहीं नहीं देखा तो यहीं आकर बस गया। बस यहां आकर एक चीज अजीब लगी कि लोग पेस्टीसाइड से जुड़ा खाना खाते हैं। मैं अलग तरह से खेती करना चाहता था, तो ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू की। ये मुझे बहुत सुकून देती है। बैसाखी में मैं सभी किसानों और लोगों को सेहत से जुड़े खाने-पीने की नसीहत दूंगा। बैसाखी के दिन किसानों की अहमियत समझनी चाहिए
मलविदर कौर जो पिछले 20 वर्षो से ऑर्गेनिक फार्मिग से जुड़ी हैं, उन्होंने कहा कि बैसाखी एक ऐसा त्योहार है, जिस दिन हम किसान की अहमियत समझते हैं। इन दिनों किसान कई तकलीफों से गुजर रहे हैं। इसमें सूखा और पेस्टीसाइड्स हैं। ये दोनों ही किसान का जीवन मुश्किल कर रहे हैं। ऐसे में हमें बड़े स्तर पर ऑर्गेनिक फार्मिग से जुड़ी अवेयरनेस को बढ़ाना होगा। जिससे कि हम किसानों के जीवन को फिर खुशहाल बना सकें बैसाखी के दिन जानिए हम क्या खाते हैं
ऑर्गेनिक फार्मर मार्केट में कई वर्षो से आ रहे धरमजीत सिंह ने कहा कि बैसाखी एक अच्छा त्योहार है, जब हमें अपने खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। हमें समझना होगा कि हम क्या खा रहे हैं। ऐसे में ऑर्गेनिक सब्जियों और फलों का प्रयोग करना होगा। मैं एक स्कूल में पढ़ाता हूं, ऐसे में शिक्षा की अहमियत जानता हूं। एक दिन खुद पेस्टीसाइड की वजह से मेरी जान जाने को थी, ऐसे में मैंने हर किसी को इससे बचाने के लिए जागरूक करने की सोची। ऐसे में एक ऑर्गेनिक फार्मर बनकर लोगों को जागरूक कर रहा हूं। यहां चख सकते हैं बैसाखी के व्यंजन
बैसाखी के उपलक्ष्य में शहर में विभिन्न जगह फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया गया है। इसमें..
-होटल शिवालिक व्यू-17 में बैसाखी के लिए खास थाली को तैयार किया गया है। इसमें वेज और नॉनवेज दोनों के लिए ही पंजाबी व्यंजन परोसे जाएंगे। वेज में जहां आलू छोलिया की सब्जी, सरसों का साग, मक्की की रोटी, पनीर पटियाला शाही खास रहेंगे, तो वहीं नॉन वेजिटेरियन थाली में बटर चिकन और मटन आचारी जैसे पारंपरिक व्यंजन परोस जाएंगे।
-होटल ताज-17 में भी बैसाखी को लेकर खास मैन्यू को तैयार किया गया है। जिसमें चिनियोटी गोश्त, पंजाब के रॉयल डिश पिडी चना, राड़ा गोश्त और चूजा मक्खनी भी खास है।