सेक्टर-22 में दो गाड़ियों की टक्कर के बाद मारपीट, एक ने चलाई गोली
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-22 स्थित पॉल मर्चेट के सामने बुधवार रात 1.50 बजे दो गाड़ियों क
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-22 स्थित पॉल मर्चेट के सामने बुधवार रात 1.50 बजे दो गाड़ियों की टक्कर के बाद हाईवोल्टेज हंगामे के बाद एक पक्ष के युवक ने गोली चला दी। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले सभी मौके से फरार हो गए थे। प्रत्यक्षदर्शी पंकज के बयान को आधार बनाकर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। पूरे विवाद में स्विफ्ट, आइ-20, फोर्ड कार और बाइक सवार 12 युवक शामिल थे। पुलिस को अपने बयान में प्रत्यक्षदर्शी पंकज ने बताया कि पॉल मर्चेट वाली लाइन में एक टैक्सी स्विफ्ट (पंजाब नंबर) और दूसरी आइ-20 (पंजाब नंबर) खड़ी थी। इस दौरान आइ-20 सवार युवकों ने टैक्सी के दरवाजे में टक्कर मार दी। टैक्सी चालक ने उनका पीछा कर थोड़ी ही दूरी पर ओवरटेक कर रास्ता रोक लिया। इस दौरान टैक्सी चालक और आइ-20 सवार युवकों में करीब 10 मिनट कर विवाद चलता रहा। जिसके बाद टैक्सी चालक ने किसी को बुलाने के लिए कॉल की। टैक्सी चालक ने लिए 500 रुपये
प्रत्यक्षदर्शी पंकज ने बताया कि विवाद के बीच आइ-20 सवार युवकों ने टैक्सी चालक को 500 रुपये का नोट देना चाहा। पहले टैक्सी चालक ने ज्यादा नुकसान बताकर 500 रुपये लेने से मना कर दिया। लेकिन, बाद में वह जैसे ही पैसे लेकर निकला, पीछे से फोर्ड कार सवार चार-पांच युवक और एक बाइक पर तीन युवक मौके पर पहुंचे। वे आइ-20 सवार युवकों से विवाद करने लगे।
बाइक सवार ने चलाई गोली
देर रात करीब डेढ़ घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा, मारपीट, गाली-गलौच चलता रहा। इस दौरान बाइक सवार युवकों ने सड़क पर नाले के सीमेंटेड ढक्कन को उठाकर फेंकना और गालियां देनी शुरू कर दी। विवाद बढ़ने पर बाइक सवार युवकों में एक ने जेब से रिवॉल्वर निकालकर गोली चला दी। जिसके बाद मौजूद लोगों में भी भगदड़ मच गई और सभी वहां से फरार हो गए। इसी बीच प्रत्यक्षदर्शी द्वारा गोली चलने की कॉल पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालांकि, उनके हाथ कुछ नहीं लगा। पहली कॉल पर नहीं पहुंची पुलिस, वरना नहीं चलती गोली
प्रत्यक्षदर्शी पंकज ने बताया कि पहले मारपीट की कॉल कंट्रोल रूम में की गई। लेकिन, मारपीट के विवाद को हल्के में लेकर पुलिस वहां नहीं पहुंची। दूसरी बार गोली चलने की सूचना पाने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। अगर पुलिस पहली कॉल में पहुंच जाती, तो आरोपित गोली चलाकर फरार न हो पाते। दोनों गाड़ियों के नंबर नोट करवाए
प्रत्यक्षदर्शी पंकज ने आरोप लगाया कि उसने दोनों गाड़ियों के नंबर नोट कर पुलिस को दिए थे। लेकिन, पुलिस ने अपने दर्ज शिकायत में गाड़ियों के नंबर का जिक्र नहीं किया। पंकज के अनुसार एक का नंबर पीबी11एजी 0222 और दूसरी गाड़ी का नंबर पीबी06यू 0610 नोट किया था।