डिस्कोथेक में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय का झगड़ा, बाउंसरों ने की धक्कामुक्की
चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर ग्लोबल मॉल में चल रहे होप हाईवे डिस्कोथेक में रविवार देर रात ढाई बजे डिस्को में एंट्री को लेकर कुछ युवकों की बाउंसरों से हाथापाई हो गई।
मोहाली, जेएनएन। चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर ग्लोबल मॉल में चल रहे होप हाईवे डिस्कोथेक में रविवार देर रात ढाई बजे डिस्को में एंट्री को लेकर कुछ युवकों की बाउंसरों से हाथापाई हो गई। हंगामे का एक वीडियो वायरल हुआ है। जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें दिख रहा गार्ड यह कह रहा है कि दिग्विजय चौटाला की सिक्योरिटी में तैनात हूं और इस समय दिग्विजय मेरे साथ ही हैं।
सूत्रों के अनुसार पहले युवकों की बाउंसरों के साथ हाथापाई हुई। हाथापाई के बाद युवकों ने एक फोन किया जिसके बाद बिना वर्दी के हथियारों से लैस दो सिक्योरिटी गार्ड होप हाईवे पहुंचे जिन्होंने आते ही बाउंसरों को कॉलर से पकड़कर खींचना शुरू कर दिया। जब मीडिया ने उनका वीडियो बनाना शुरू किया तो वे मीडिया से भी उलझ गए और उनमें से एक सिक्योरिटी गार्ड ने खुद को दिग्विजय की सिक्योरिटी में तैनात बताया। जिसका कहना था कि उन्हें फोन पर यहां भेजा गया है। बाउंसरों ने उनके साथी का दांत तोड़ा है।
हालात खराब होते देख क्लब के बाउंसरों ने पुलिस को फोन किया जिसके बाद जीरकपुर थाने से एसएचओ गुरबंत सिंह पहुंचे। मामला हरियाणा के डिप्टी सीएम के भाई से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने मौके से सभी को भगा दिया। दिग्विजय को लेकर पुलिस कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
एंट्री फीस को लेकर हुआ था झगड़ा
बताया जा रहा है कि काला नाम के बाउंसर से युवकों का झगड़ा हुआ था। सभी युवक शराब पीकर आए थे। जिन्होंने एंट्री के दौरान पैसे कम करने की बात कही लेकिन जब बाउंसरों ने एंट्री फीस कम नहीं की तो उन्होंने गालियां देनी शुरू कर दी और हाथापाई करने लगे।
सिक्योरिटी गार्ड ने नहीं दिखाया आइकार्ड
धौंस मार रहे हथियारबंद सिक्योरिटी गार्ड ने वीडियो बनते देख भागने का प्रयास किया। जिसे पब्लिक की मदद से बाउंसरों ने घेर लिया। जब उसे आइकार्ड दिखाने को कहा गया तो उसने मना कर दिया और कहा कि वह पुलिस के सामने दिखाएगा। लेकिन जैसे ही पंजाब पुलिस पहुंची तो उसे गाड़ी में बैठाकर भगा दिया।
ढाई बजे तक चल रहा था डिस्कोथेक
जीरकपुर व डेराबस्सी में चल रहे डिस्कोथेक कुछ महीने पहले सीएम सिक्योरिटी में तैनात मारे गए कमांडो की मौत के बाद भी सबक नहीं ले रहे। कुछ दिनों की सख्ती के बाद फिर से नियमों को ताक पर रखकर डिस्कोथेक अपनी मर्जी से देर रात तक चल रहे हैं। पुलिस आती है तो फॉरमेलिटी के तौर पर मेन गेट बंद कर दिया जाता है और बैक साइड से एंट्री खुली रहती है। जहां सुबह चार बजे तक आना-जाना लगा रहता है।
सडकों पर लग जाता है जाम
जीरकपुर के एसएचओ गुरबंत सिंह का कहना है कि देर रात चलने वाले इन डिस्कोथेक में आने वाले लोग बीच सड़क पर अपनी गाडि़यां पार्क कर देते हैं जिस कारण लंबा जाम लग जाता है। ऐसे में आम लोगों को काफी परेशान होना पड़ता है। लड़ाई हुई थी लेकिन किसी के दांत तोड़ने की बात सामने नहीं आई है। हथियारबंद गार्ड दिग्विजय चौटाला की सिक्योरिटी में तैनात था लेकिन वहां दिग्विजय खुद नहीं थे। एंट्री फीस को लेकर झगड़ा हुआ था। बाद में सभी वहां से चले गए थे।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें