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खराब रिजल्ट के बाद उठाया कदम, अब यहां के स्कूलों में IAS, PCS व HCS भी लेंगे क्लास

सरकारी स्कूलों में अब स्टूडेंट्स को एचसीएस-पीसीएस और आइएएस अधिकारी पढ़ाएंगे। इस साल सरकारी स्कूलों के काफी खराब रिजल्ट आने के बाद यूटी प्रशासन इसको लेकर सक्रिय हुआ है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 27 Aug 2018 04:54 PM (IST)Updated: Mon, 27 Aug 2018 09:01 PM (IST)
खराब रिजल्ट के बाद उठाया कदम, अब यहां के स्कूलों में IAS, PCS व HCS भी लेंगे क्लास
खराब रिजल्ट के बाद उठाया कदम, अब यहां के स्कूलों में IAS, PCS व HCS भी लेंगे क्लास

चंडीगढ़ [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। सरकारी स्कूलों में अब स्टूडेंट्स को एचसीएस-पीसीएस और आइएएस अधिकारी पढ़ाएंगे। इस साल सरकारी स्कूलों के काफी खराब रिजल्ट आने के बाद यूटी प्रशासन इसको लेकर सक्रिय हुआ है। सूत्रों के अनुसार यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने 10वीं और 12वीं बोर्ड के खराब रिजल्ट में सुधार लेकर आलाधिकारियों की बैठक बुला सभी से सुझाव मांगे।

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प्रशासक ने प्रशासन के सभी अधिकारियों से कहा कि वे हफ्ते में एक या दो दिन किसी भी स्कूल में एक विषय की क्लास जरूर लें। प्रशासक के सुझाव पर अमल होना शुरू हो गया है। अब सभी एचसीएस-पीसीएस और आइएएस अधिकारियों से सुविधा अनुसार स्कूल में पढ़ाने के लिए डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन को नाम देने को कहा है। कई अधिकारियों ने इस पर सहमति भी दे दी है। अगले महीने से प्रशासन के अधिकतर अधिकारी सरकारी स्कूलों का चयन कर वहां बच्चों को पढ़ाना शुरू करेंगे।

शिक्षा सचिव बीएल शर्मा, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रूबिंद्रजीत सिंह बराड़ खुद भी बच्चों को पढ़ाने और मोटिवेट करने के लिए स्कूलों में जाएंगे।

आइएएस जितेंद्र यादव ने गणित पढ़ाना शुरू किया

प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के सुझाव के बाद सभी आला अधिकारियों ने भी डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन को क्लास लेने के बारे में जानकारी देनी शुरू कर  दी है। डायरेक्टर टूरिज्म और सिटको एमडी आइएएस अधिकारी जितेंद्र यादव ने सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया है। यादव ने कई स्कूलों में फीडबैक लेकर सेक्टर-32 स्थित गवर्नमेंट हाईस्कूल को चुना है। पिछले हफ्ते से उन्होंने स्कूल में गणित पढ़ाना शुरू किया है। जितेंद्र यादव हफ्ते में दो दिन एक-एक घंटे की क्लास लेंगे।

डायरेक्टर टूरिज्म और सिटको एमडी जितेंद्र यादव।

यादव का कहना है कि शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल में वालंटियर तौर पर क्लास लेने का मैसेज मिला था। मुझे पढ़ाना अच्छा लगता है, इसलिए मैंने भी एक स्कूल में पढ़ाने की इच्छा जाहिर की। गणित की कुछ क्लास ली हैं। विभिन्न फील्ड से जुड़े लोगों को इस अभियान से जुड़कर बच्चों के बेहतर भविष्य बनाने में योगदान देना चाहिए।

हिंदी मीडियम में गणित पढ़ा रहे यादव

यादव खुद इंजीनियरिंग (एमटेक) स्टूडेंट रहे हैं। यादव बच्चों को हिंदी मीडियम में गणित पढ़ा रहे हैं। दैनिक जागरण द्वारा उनसे पढ़ाने के अनुभव पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि क्लास में पढ़ाने का अनुभव काफी अच्छा रहा। बच्चे भी क्लास में काफी अच्छा रिस्पांस देते हैं। यादव इन दिनों ट्रिग्नोमेट्री का चैप्टर करवा रहे हैं।

पीजीआइ डॉक्टर दंपती और बेटी पढ़ा रही वॉलंटियर्स टीचर्स के तौर पर

पीजीआइ में कार्यरत डॉ.भवनीत भारती, उनके पति डॉ.साहुल भारती और बेटी आनंदिता भारती।

पीजीआइ में कार्यरत दो डॉक्टर और बेटी सहित पूरा परिवार बच्चों को पढ़ा रहा है। पीजीआइ में बाल चिकित्सक डॉ. भवनीत भारती, पीजीआइ में ही कार्यरत डॉ. साहुल भारती और जीएमसीएच-32 में एमबीबीएस कर रहीं उनकी बेटी आनंदिता दो साल से लगातार बॉयोलॉजी पढ़ाने के लिए सेक्टर-16 सरकारी स्कूल में आती हैं। डॉ. भवनीत तो पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से भी 11वीं क्लास के बच्चों को पढ़ाती हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को प्रेक्टिकल जानकारी देने के लिए कई बार किसी बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी उसका अनुभव शेयर करने के लिए वह उन्हें स्कूल में ले जाती हैं।

दो और अफसरों ने दी सहमति

उधर, सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए एसडीएम आइएएस अर्जुन और नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर सौरभ मिश्रा ने भी सहमति दे दी है। ये अधिकारी भी अगले महीने से पढ़ाना शुरू करेंगे।

आर्मी और पुलिस अधिकारी मोटिवेट करेंगे

स्टूडेंट्स को यूटी प्रशासन पुलिस, आर्मी और अन्य पेरामिलिट्री फोर्स में जाने के इच्छुक बच्चों को अब स्कूल स्तर से ही गाइड करने की तैयारी में है। शिक्षा विभाग अब स्कूलों में लगातार डिफेंस फोर्स के बारे में जानकारी देने के लिए विशेष कैंप आयोजित करेगा। इन कैंप में यूटी पुलिस के ही आइपीएस, डीएसपी बच्चों को पुलिस में भर्ती होने के बारे में जानकारी देंगे। उधर, आर्मी के अफसरों से भी सरकारी स्कूलों में लेक्चर दिलाए जाएंगे।

सरकारी स्कूलों में शुरू किया वालंटियर्स टीचिंग कांसेप्ट

यूटी के पूर्व एडवाइजर विजय कुमार देव ने सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए वालंटियर्स टीचिंग कांसेप्ट शुरू किया था। तीन साल पहले इस अभियान से जुड़ने के लिए ट्राईसिटी से 133 विभिन्न फील्ड से जुड़े एक्सपर्ट ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। जिसमें पीजीआइ डॉक्टर, रिटायर्ड टीचर और पीयू प्रोफेसर, वकील, कई समाजसेवी लोग भी शामिल थे। लेकिन, अब स्कूल में पढ़ाने के लिए 20 के करीब ही वॉलंटियर्स रेगुलर हैं। शिक्षा विभाग ने बोर्ड रिजल्ट खराब आने के बाद फिर से वॉलंटियर्स टीचिंग के लिए लोगों से 31 अगस्त तक आवेदन मांगे हैं।

कई अधिकारी लगातार ले रहे क्लास

सरकारी स्कूलों में वॉलंटियर्स टीचर्स के तौर पर कई लोग रेगुलर क्लास ले रहे हैं। इन टीचर्स में सबसे पहला नाम सीनियर एचसीएस अधिकारी और चंडीगढ़ के पूर्व डीपीआइ एसके सेतिया शामिल हैं। सेतिया लगातार दो साल से सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट मॉडल स्कूल में सातवीं क्लास में इंग्लिश और अन्य कुछ क्लास को जनरल नॉलेज पढ़ा रहे हैं।

पवन बंसल भी लेते रहे हैं क्लास

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल भी पिछले दो सत्र तक सेक्टर-19 गवर्नमेंट स्कूल में लीगल स्टडी की क्लास लेते रहे हैं। लेकिन, इस बार उन्होंने स्कूल प्रबंधन को उनका बिजी शेड्यूल होने के कारण क्लास नहीं ले पाने की जानकारी दी है। यूटी के पूर्व एसएसपी रहे नौनिहाल सिंह भी गवर्नमेंट स्कूल-16 में ज्योग्राफी की क्लास लेते रहे हैं।

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