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संजय टंडन बोले-पार्टी का वफादार सिपाही हूं, जो भी आदेश मिलेगा उस पर अमल करूंगा

चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष टंडन का कहना है कि चुनाव में टिकट देने का फैसला पार्टी का है। वह तो पार्टी के वफादार सिपाही हैं और सिर्फ आदेशों पर अमल करते हैं।

By Sat PaulEdited By: Published: Sat, 04 May 2019 01:34 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 01:34 PM (IST)
संजय टंडन बोले-पार्टी का वफादार सिपाही हूं, जो भी आदेश मिलेगा उस पर अमल करूंगा
संजय टंडन बोले-पार्टी का वफादार सिपाही हूं, जो भी आदेश मिलेगा उस पर अमल करूंगा

चंडीगढ़, [डाॅ. सुमित सिंह श्योराण]। चंडीगढ़ की राजनीति में संजय टंडन बड़ा नाम और चेहरा है। चंडीगढ़ से लोकसभा सीट के प्रबल दावेदार माने जा रहे टंडन बेशक चुनावी टिकट पाने में पीछे रहे गए, लेकिन भाजपा प्रत्याशी सांसद किरण खेर को फिर से जीत दिलाने में इनकी भूमिका अहम रहेगी। नगर निगम से लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट राजनीति में संजय टंडन का रोल काफी अहम है।

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आगामी लोकसभा चुनावी रण में बीजेपी के लिए पूरी रणनीति तैयार करने में टंडन की भूमिका सबसे अहम होगी, चुनाव से जुड़ी मैनेजमेंट का पूरा कामकाज भाजपा प्रदेशाध्यक्ष देख रहे हैं। रिकाॅर्ड नौ साल से चंडीगढ़ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पद पर काबिज टंडन को बीजेपी पार्टी में किंग मेकर माना जाता है। चंडीगढ़ में बीजेपी की जीत के बाद टंडन को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

पार्टी को मां समान मानने वाले टंडन का कहना है कि चुनाव में टिकट देने का फैसला पार्टी का है। वह तो पार्टी के वफादार सिपाही हैं और सिर्फ आदेशों पर अमल करते हैं। चुनावी महासमर में 'दैनिक जागरण' ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन से चुनावी रणनीति और अन्य मुद्दों को लेकर विस्तार से बातचीत की। पेश हैं कुछ खास अंश ..

सवाल: चंडीगढ़ के बीजेपी कैंडीडेट की देरी से घोषणा से चुनाव में कितना नुकसान होगा?

जवाब: कैंडीडेट की घोषणा के बाद हम अगले स्टैप पर बढ़ चुके हैं। चुनाव की तैयारी से जुड़ा 50 फीसद तक होमवर्क पूरा कर लिया गया है। जो विरोधी पार्टी ने बीते 30 दिन में किया। वह हम दस दिन में ही कवर कर चुके हैं। बीजेपी ने पन्ना प्रमुख, बूथ समिति और शक्ति केंद्र के अलावा अपने स्तर की सभी तैयारी कर ली हैं। अब डोर टू डोर कैंपेन की जा रही है। पूरे चुनावी अभियान में बीजेपी के सात से आठ हजार वर्कर की फौज जुटी हुई है।मैं भी 12 से 14 घंटे रुटीन में प्रचार को दे रहा हूं। हप्ते भर में पूरी शहर बीजेपी के चुनावी माहौल में रंग जाएगा।

सवाल: बीजेपी कार्यकाल में शहर के विकास कार्यों की अनदेखी पर विपक्षी नेता लगातार आरोप लगा रहे हैं?

जवाब: पांच सालों में शहर में रिकार्ड विकास कार्य हुआ है।शहर को केरोसीन फ्री, डीबीटी स्कीम, नौकरी के लिए चंडीगढ़ में उम्र बढ़वाना, इंप्लायज हाउसिंग स्कीम के लिए जमीन की अप्रूवल, ट्रिब्यून फ्लाईओवर को मंजूरी, शहर में ओपन एयर जिम, अगले 15-20 सालों तक पानी की दिक्कत खत्म की, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 800 करोड़ के टेंडर जारी हुए, स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर मजूबत करने जैसे जनता से जुड़े काम बीते पांच सालों में ही हुए हैं। विपक्ष के पास चुनावों में कोई बड़ा मुद्दा ही नहीं है। जनता ही बीजेपी के कामकाज की इस चुनाव में वोट देकर फैसला करेगी।

सवाल: मजबूत दावेदारी के बाद भी टिकट कटने का कितना दुख है?

जवाब: बीजेपी पार्टी बहुत ही अनुशासित पार्टी है। मेरा तो जन्म ही पार्टी में हुआ है। हमने सिर्फ काम करते रहना सीखा है। टिकट देना या नहीं देना पार्टी का काम है। मैने हमेशा पार्टी को मां समझा और जो आदेश मिला सिर्फ उसे फॉलो किया है। पार्टी ने जो ठीक समझा वही किया। अब मेरा फोकस सिर्फ भाजपा प्रत्याशी किरण खेर को चंडीगढ़ से जीत दिलाना है। वर्कर के बारे में अच्छा सोचना पार्टी का काम है। हो सकता है मुझे कोई और जिम्मेदारी दी जाए।

सवाल: चुनाव में बीजेपी की जीत को लेकर कितने काॅन्फीडेंट हैं?

जवाब: सांसद किरण खेर की अगुवाई में बीते पांच सालों में रिकाॅर्ड काम हुआ है। भाजपा प्रत्याशी की जीत पक्की है, विपक्ष के पास न मुद्दा है और न ही शहर के लिए कोई विजन। सांसद ने शहर की जनता के लिए मुंबई तक को छोड़ा। पार्लियामेंट में सबसे अधिक सवाल पूछे और सबसे अधिक अटेंडेंस उनकी ही रही। एमपी लैड फंड से उन्होंने 118 फीसद राशि खर्च की है।चुनाव में बीजेपी का काम ही बोलेगा।

सवाल: भाजपा किन मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरी है?

जवाब: शहर के लिए आने वाले सालों में जनसंख्या व रोजगार बड़ा चैलेंज होगा। शहर को सिलिकाॅन वैली के तौर पर डेवलेप किया जाएगा। शहर में पाॅल्यूशन फ्री इंडस्ट्री की जरुरत है। इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर स्थापित किया जाएगा। जीएमसीएच-32 में मेडिकल की सीटें आगामी सत्र में 100 से 150 हो जाएंगी। जीएमएसएच-16 में भी एमबीबीएस की 50 सीटें लाने की कोशिश होगी, ताकि यहां के स्टूडेंट्स के लिए दाखिले में आसानी हो। शहर को टूरिस्ट स्पाॅट के तौर पर डेवलेप करने जैसे कई काम किए जाएंगे।

सवाल: चुनावी में असली मुकाबला किससे है, क्या बाकी प्रत्याशी खेल बिगाड़ सकते हैं?

जवाब: सच यह है कि मुकाबला सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। आप और अन्य दलों का शहर में कोई जनाधार नहीं है। चुनाव में बीजेपी 2014 से भी बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी। मोदी के विकास माॅडल से चंडीगढ़ की जनता पूरी तरह प्रभावित है।12 रुपये की इंश्योरेंस, पांच लाख तक का मुफ्त इलाज जैसी पाॅलिसी का आमजन को लाभ मिल रहा है।

सवाल- मोदी से लेकर योगी तक प्रचार के लिए आ रहे हैं ?

जवाब: बीजेपी के पास दमदार नेताओं की लिस्ट है। विपक्षियों के पास तो प्रचार में उतारने को नेता ही नहीं है।पीएम मोदी से लेकर अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वाराज, मनोज तिवारी, योगीनाथ आदित्य जैसे 15 से अधिक स्टार प्रचारकों की लिस्ट तैयार है। किस-किस को बुलाया जाना है, इसकी लिस्ट अभी फाइनल की जा रही है। पांच मई को अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए आएंगे ।

सवाल: कई नेताओं के कांग्रेस ज्वाइन करने से बीजेपी को कितना नुकसान होगा ?

जवाब: सतीश कैंथ, पूर्व बीएसपी नेता अनवर उल-हक, रुपिंदर सिंह, विजय राणा जैसे जितने भी लोगों के कांग्रेस में ज्वाइन करने का दावा किया जा रहा है, उनमें से अधिकतर को उनकी पार्टी या बीजेपी पहले ही निष्कासित कर चुकी है। चुनाव में बड़ा झटका तो बीजेपी ने कांग्रेस को दिया है। कांग्रेस की कद्दावर नेता और पूर्व मेयर पूनम शर्मा ने बीजेपी में ज्वाइन कर संगठन को मजबूती दी है। अभी ओर भी कुछ लोग बीजेपी में शामिल होंगे।

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