फेस्टीवल सीजन के लिए हाफ जैकेट अनारकली है बेस्ट
फेस्टिवल सीजन में सबसे अलग दिखने की चाह हर किसी में होती है। जो पुराना ट्रेंड था उसमें यदि कुछ जोड़कर नया बन जाए तो वह नया होने के साथ-साथ सोसाइटी के लिए अलग भी होता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : फेस्टीवल सीजन का आगाज हो चुका है। उत्तर भारत में सबसे पहले तीज और उसके बाद रक्षा बंधन आने वाले है। रक्षाबंधन के बाद जन्माष्टमी और उसके बाद नवरात्रे जैसे कई फेस्टीवल एक साथ आ रहे है। फेस्टीवल सीजन में सबसे अलग दिखने की चाह हर किसी में होती है। जो पुराना ट्रेंड था उसमें यदि कुछ जोड़कर नया बन जाए तो वह नया होने के साथ-साथ सोसाइटी के लिए अलग भी होता है। इसी प्रकार का नया ट्रेंड मार्केट में आया है, जिसे हाफ जैकेट अनारकली और फ्लोरल ड्रेस कहा जा रहा है। किसान भवन सेक्टर-35 में लगी एग्जीबिशन के लिए फेस्टीवल सीजन के लिए बेहतर ड्रेस की क्लेक्शन पेश की गई थी। क्या है खासियत
फुल जैकेट तो हर कोई पहनता है लेकिन अनारकली सूट के साथ यदि हाफ जैकेट हो तो वह सबसे अलग लगती है। जैकेट पर अपनी पसंद के अनुसार कढ़ाई की जा सकती है और चाहे तो उसमें स्टोन भी लगाए जा सकते है। जो अनारकली सूट पुराना हो चुका हो उस पर भी हाफ जैकेट को अप्लाई किया जा सकता है। यह आकर्षक लगने के साथ-साथ आरामदायक भी है। इसके अलावा सेपरेट स्लीप गाउन भी युवाओं के आकर्षण का केंद्र है। इसे बाजू के साथ और बाजू के बिना दोनों तरीकों से पहना जा सकता है।
सस्ती व आकर्षक भी
गाउन कई प्रकार के है, लेकिन फ्लोरल ड्रेस ऐसी है जो सस्ती होने के साथ-साथ आकर्षक है। गाउन सिंगल पीस है जबकि यह फ्लोरल ड्रैस थ्री पीस में है जिसमें लहंगा-चोली और दुपट्टा अलग है। नेट के इस्तेमाल से घेरा बहुत बढ़ाया गया है जिसके कारण हर कोई इसके प्रति आकर्षित हो रहा है।
क्वाइन ज्वैलरी है फेस्टीवल के लिए बेहतर
जब भी किसी फेस्टीवल में शिरकत करने जाना होता है तो सूट के साथ मेचिंग ज्वैलरी बहुत अहम होती है। क्वाइन जैवलरी जो कि बहुत पुराना ट्रेंड है लेकिन इसे अभी मार्केट में इस प्रकार से पेश किया गया है कि यह हर इंडियन और वेर्स्टन ड्रेस के साथ पहना जा सकता है। सोने जैसी चमक और छोटे-छोटे क्वाइन के इस्तेमाल से बनी ज्वैलरी फेस्टीवल सीजन की डिमांड है।
फेस्टीवल के लिए थाली कवर है स्पेशल
फेस्टीवल सीजन में कपड़ों और ज्वैलरी के अलावा एक अन्य चीज पर पर फोकस होता है। वह होती है पूजा की थाली। पूजा की थाली को अलग-अलग प्रकार से डिजाइन से सजाया जाता है। आज के दौर में थाली कवर डिफरेंट हो इस पर भी काम किया जा रहा है। मशीनी कढ़ाई से बनाए गए कवर बेहतर लुक देते है।