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गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज 13 पौधों से तैयार होगा 'गुरु का बाग'

फोटो 12 सीऐचपी 104 ---- ::पर्यावरण संरक्षण:: फ्लैग- श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश प

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 08:48 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 08:48 PM (IST)
गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज 13 पौधों से तैयार होगा 'गुरु का बाग'
गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज 13 पौधों से तैयार होगा 'गुरु का बाग'

फोटो 12 सीऐचपी 104

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::पर्यावरण संरक्षण::

फ्लैग- श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के चलते इको सिख संस्था ने शुरू की मुहिम

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-मोगा के पत्तों हीरा सिंह गाव में पांच एकड़ क्षेत्र में लगाए जाएंगे पौधे

-विश्व भर में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य, सुल्तानपुर लोधी में 100 एकड़ में जंगल बनाने की मांग

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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: श्री गुरु नानक देव जी ने पवन को गुरु और पानी को पिता के समान बताया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण को कितना महत्व दिया। अब इसी महत्व को समझते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज 13 पौधों से मोगा के पत्तों हीरा सिंह गाव में श्री गुरुनानक देव जी को समर्पित बाग तैयार किया जाएगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही समाज सेवी संस्था इको सिख ने श्री गुरु नानक देव जी के '550वें प्रकाश दिवस पर 550 वृक्ष गुरु के नाम' मुहिम शुरू की है। इसके अंतर्गत विश्व भर में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।

संस्था के ग्लोबल के प्रधान डॉ. राजवंत सिंह ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी को समर्पित यह बाग पांच एकड़ में होगा। इसमें 13 किस्म के पौधे होंगे। इन पौधों का जिक्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब में है। इसके लिए मोगा के सुखचैन सिंह अपनी जमीन देंगे। डॉ. राजवंत ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की है कि सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला) में 100 एकड़ में जंगल तैयार किया जाए। गौरतलब है कि यहां श्री गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 14 वर्ष बिताए थे। यहां काली बेई (छोटी नदी) के तट पर गुरुद्वारा साहिब स्थित है। यहां एक बेर के पेड़ के नीचे वे ध्यान लगाया करते थे। दुनिया में 1820 स्थानों पर होगा पौधरोपण

इको सिख संस्था के ग्लोबल के प्रधान डॉ. राजवंत सिंह ने कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए गुरबाणी पर अमल करना चाहिए। दुनिया भर में पौधे लगाने के लिए 1820 स्थानों की पहचान की गई है। अब तक 500 के करीब वॉलंटियरों का ग्रुप भी बन गया है। संस्था के सदस्य पर्यावरण प्रेमी डॉ. बलविंदर सिंह लक्खेवाली ने कहा कि सरकार हर साल संस्थाओं के माध्यम से पौधे लगाती है, लेकिन तकनीकी पक्ष पर ध्यान नहीं दिया जाता, जिस कारण पौधे का सही विकास नहीं होता। कौन सी जगह पर कौन सा पौधा पल सकता है, उसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इको सिख की राष्ट्रीय प्रधान सुप्रीत कौर व सदस्य पुनीत सिंह ने कहा कि उन्होंने लोगों से इस मुहिम को सफल बनाने की अपील की है। हवा के प्रदूषण से हर वर्ष 70 लाख लोगों की मौत

डॉ. राजवंत सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार हवा के प्रदूषण के कारण हर वर्ष 70 लाख लोगों की मौत होती है। उन्होंने सिख संगत से अपील की है कि धार्मिक समागमों के साथ पर्यावरण की संभाल के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं। ग्लोबल वार्मिग के चलते पंजाब में वन क्षेत्र काफी कम हो गया है।


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