जिम्मेवारी निर्धारित करने के लिए स्कूलों को जारी की गाइडलाइन
सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स की क्या जिम्मेवारी है। उसे किस प्रकार से पूरा करना है उसको लेकर विभाग ने एक गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन स्कूल प्रिंसिपल, टीचर्स और फोर्थ क्लास कर्मचारियों के लिए है।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स की क्या जिम्मेवारी है। उसे किस प्रकार से पूरा करना है उसको लेकर शिक्ष विभाग ने एक गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन स्कूल प्रिंसिपल, टीचर्स और फोर्थ क्लास कर्मचारियों के लिए है। उसमें तय किया जाएगा कि किसका क्या काम होगा। यह गाइडलाइन पहली जुलाई से लागू हो जाएगी ताकि नए सत्र के शुरू होने के बाद तुरंत प्रभाव से इस पर काम शुरू हो जाए। गाइडलाइन शिक्षा सचिव ने तैयार की है। उसमें प्रिंसिपल और टीचर्स के लिए अलग-अलग जिम्मेवारियां तय की गई है। जुलाई में विभाग की कुछ टीमें बनाई जाएगी जो कि स्कूलों की सरप्राइज चेकिंग करेगी। कोई भी प्रिंसिपल, टीचर या फिर फोर्थ क्लास कर्मचारी अपनी जिम्मेवारी को पूरा करता हुआ नहीं मिला तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो सकती है। उसे सस्पेंड तक का अधिकार विभाग के पास रहेगा। प्रिंसिपल के लिए
1.प्रिंसिपल को सभी क्लास की समय-समय पर जाकर चेकिंग करनी होगी कि उसमें टीचर गया है कि नहीं।
2. प्रिंसिपल खुद चेक करेगा कि कौन सा बच्चा पढ़ाई में कमजोर है। यदि बच्चा कमजोर है तो उसे किस प्रकार से बेहतर किया जा सकता है।
3.कोई टीचर्स अपनी जिम्मेवारियों का वहन नहीं करता तो उस पर कार्रवाई कर सकता है।
4.कोई टीचर खुद कमजोर है यानि वह पढ़ाने के काबिल नहीं है तो प्रिंसिपल उसे निकालने की सिफारिश कर सकता है। टीचर्स के लिए
1.टीचर को अपनी हर क्लास को समय पर अटेंड करना है।
2. स्टूडेंट यदि पढ़ने में कमजोर है तो उसके अभिभावकों को अवगत कराने की जिम्मेवारी टीचर की होगी।
3.बच्चा अनुशासन में नहीं रहता तो उसके खिलाफ कार्रवाई टीचर ही करेगा। कार्रवाई बच्चे के अभिभावकों को विश्वास में लेने के बाद होगी।
4.बच्चों को पढ़ाने के अलावा एक्सट्रा एक्टीविटी के लिए तैयार करने की जिम्मेवारी टीचर की होगी। फोर्थ क्लास स्टाफ के लिए-
1. स्कूल में आने वाले हर व्यक्ति की पूरी जानकारी फोर्थ क्लास कर्मचारी रखेगा। वह गेट पर एंट्री के समय ही पूरा ब्योरा व्यक्ति से लेगा।
2.स्कूल में साफ-सफाई और बच्चों के लिए बेहतर मैदान की व्यवस्था करनी होगी।
3. प्रिंसिपल और टीचर्स के लिए फोर्थ क्लास कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे। बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने का रहेगा प्रयास
गाइडलाइन को जारी करने का मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स को बेहतर एजुकेशन उपलब्ध कराना है। कुछ प्रिंसिपल अपने कमरे में बैठे रहते है और वह किसी क्लास को चेक नहीं करते। टीचर के शिकायत करने पर भी प्रिंसिपल कोई प्रतिक्रिया नहीं देते। जिसका उदाहरण फरवरी 2018 में गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-27 में हुआ हादसा है। स्टूडेंट टीचर को मारकर स्कूल से भाग गया था। स्टूडेंट की शिकायत कई बार टीचर्स ने प्रिंसिपल को की थी लेकिन प्रिंसिपल ने कोई कार्रवाई नहीं की। शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कुछ गाइडलाइन बनाई गई है। मैं खुद भी जाकर चेकिंग करूंगा।
बंसी लाल शर्मा, शिक्षा सचिव, चंडीगढ़।