Move to Jagran APP

चौतरफा दबाव में सरकार ने गन्ने के मूल्य में की 10 रुपये की वृद्धि

पंजाब सरकार ने गन्ना के समर्थन मूल्य में दस रुपये की वृद्धि कर दी है। यह फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। समर्थन मूल्य को लेकर अकाली दल और आप सरकार को निशाने पर लिए हुए थे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 27 Nov 2017 07:15 PM (IST)Updated: Mon, 27 Nov 2017 07:15 PM (IST)
चौतरफा दबाव में सरकार ने गन्ने के मूल्य में की 10 रुपये की वृद्धि
चौतरफा दबाव में सरकार ने गन्ने के मूल्य में की 10 रुपये की वृद्धि

जेएनएन, चंडीगढ़। विपक्ष और अपनी पार्टी के निशाने पर आई पंजाब सरकार ने गन्ना के समर्थन मूल्य में दस रुपये की वृद्धि कर दी है। पंजाब में अब 310 रुपये क्विंटल गन्ने का भाव होगा। यह फैसला मंत्रिमंडल ने सोमवार सुबह लिया। गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि न करने को लेकर असमंजस में फंसी कांग्रेस सरकार लगातार विपक्ष और अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गई थी।

loksabha election banner

समर्थन मूल्य को लेकर अकाली दल और आम आदमी पार्टी सरकार को निशाने पर लिए हुए थे। वहीं, माझा के विधायक भी मूल्य वृद्धि को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे थे। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा भी लगातार मूल्य वृद्धि को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे थे। सोमवार को विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले मंत्रिमंडल ने वर्ष 2017 -18 के पिराई सीजन के लिए गन्ने के भाव में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।

मंत्रिमंडल ने गन्ने की अग्रिम किस्म के लिए एसएपी 300 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 310 रुपये प्रति क्विंटल, मध्यम किस्म के लिए 290 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये और पिछेती किस्म के लिए यह भाव 285 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 295 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया है। यह बढ़ोतरी उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तर्ज पर किया गया है। जिसके साथ सरकारी खजाने पर अनुमानित 20 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ने की संभावना है।

मौजूदा सीजन दौरान 9 सहकारी और 7 निजी सैक्टर की चीनी मीलों सहित कुल 16 मीलों में 675 लाख क्विंटल गन्ना पहुंचने की संभावना है। वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के नेतृत्व वाली कैबिनेट सबकमेटी और राज्य भर की विभिन्न गन्ना उत्पादन यूनियनों और एसोसिएशनों में विस्तृत बातचीत के बाद मंत्रिमंडल ने फ़ैसला लिया है। यह एसोसिएशनों आज प्रात:काल किसान भवन में समिति को मिलीं थीं।

यह भी पढ़ेंः पंजाब में संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, माऊजर व टेलिस्कोप भी हुआ बरामद

यहां बता दें कि अकाली दल सरकार पर आरोप लगा रही थी कि चूंकि कांग्रेस सरकार के मंत्री राणा गुरजीत सिंह के भी शुगर मिल है। उन्हें लाभ देने के लिए सरकार गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि नहीं कर रही है।

राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए यह बड़ा फैसला है। चूंकि पंजाब पर दो लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। इसके बावजूद दस रुपये क्विंटल मूल्य वृद्धि की गई है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह, मुख्यमंत्री पंजाब

---

पंजाब सरकार ने किसानों का दस हजार करोड़ रुपये का कर्ज भी माफ किया है। हरियाणा व अन्य राज्यों ने ऐसा नहीं किया है। जिसे देखते हुए यह उचित मूल्य वृद्धि है।

सुनील जाखड़, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.