मेहनत लाई रंग.. इस स्कूल अध्यापिका के 31 चित्रों को Google ने अपनी Art Exhibit में दी जगह
पुनीत ने कहा कि इन 31 आर्ट वर्क को तैयार करने में कई महीने लगे हैं। जिसमें हर कलाकारी में बारीकियों का ख्याल रखा गया है।
चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। शहर की एक स्कूल अध्यापिका की कला का लोहा गूगन ने भी माना है। स्कूल -41 में होम साइंस की अध्यापिका पुनीत मदान की ई-बुक को गूगल ने अपनी आर्ट एग्जिबिट में जगह दी है। पुनीत मदान की ई बुक क्विलिंग, कैलीग्राफी, डूडलेमैंडाला, जेंटेगल, वेक्टर आर्ट, वाटरकलर, टायपोग्राफी, पेंटिंग, स्केचिंग और ड्राइंग के माध्यम से तैयार है। इसमें कुल 31 चित्र है। इसे गूगल ने अपनी आर्ट एग्जिबिट में जोड़ा है।
पुनीत ने कहा कि इन 31 आर्ट वर्क को तैयार करने में कई महीने लगे हैं। जिसमें हर कलाकारी में बारीकियों का ख्याल रखा गया है। पुनीत गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल-41 में होम साइंस की अध्यापिका हैं और कला का शौक रखती हैं। गूगल की आर्ट एग्जिबिट एक पहल है, जहां कलाकार प्रतिष्ठित गूगल पुस्तकों पर अपनी सर्वश्रेष्ठ कलाकृति प्रदर्शित करते हैं।
बुजुर्ग के चेहरे से लेकर फुलकारी पर आर्ट वर्क तक
स्टेट, नेशनल और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला की छाप छोड़ चुकी पुनीत ने कहा कि उन्होंने अपने आर्ट वर्क में कई इमोशंस को पिरोया है। जिसमें बुर्जुर्ग का झुर्रियों वाला चेहरा, फूल, पक्षी, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक इंडिया के इमोशंस देखने को मिलते हैं। आर्ट वर्क को पेपर, कैनवास, वुड, क्लॉथ के उपर बनाया है। फुलकारी को मॉडर्न इंफ्केट देने में भी कामयाब रही। उनके द्वारा बनाई गई कलाकृति में उनकी आंतर्रिक भावना का प्रतिनिधित्व करती है।
पुनीत ने कहा कि कला के प्रति उनकी रूचि स्वर्गीय प्रो. साहिब सिंह और उनके नाना स्वर्गीय प्रो प्रीतम सिंह से मिली। पुनीत ने कहा कि ये लोग काफी क्रिएटिव रहे, जिन्होंने अपने जीवन में कुछ न कुछ महान जरूर किया। वो भी अपनी कला से जीवन को एक सकारात्कम राह देना चाहती हैं, जिससे जीवन और ये दुनिया खूबसूरत दिखे। पुनीत ने कहा कि वह इस सम्मान को पाकर बहुत खुश है।