कर्मचारियों के लिए खुशखबरी... नई पेंशन योजना में अब सरकार का योगदान 10 से बढ़कर 14 फीसद होगा
केंद्र सरकार की तरह ही पंजाब सरकार ने भी कर्मचारियों की नई पेंशन योजना में सरकारी योगदान को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने को मंजूरी दे दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़/बटाला। केंद्र सरकार की तरह ही पंजाब सरकार ने भी कर्मचारियों की नई पेंशन योजना में सरकारी योगदान को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने को मंजूरी दे दी है। यह फैसला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में बटाला में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
कर्मचारियों के लिए एक अन्य लाभकारी फैसले में मंत्रिमंडल ने मृत्यु या सेवानिवृत्ति के बाद ग्रेच्युटी का लाभ 1 जनवरी, 2004 या इसके बाद भर्ती सभी कर्मचारियों को देने की घोषणा की है। ये सभी कर्मचारी नई पेंशन योजना में कवर होते हैं। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने 1 जनवरी, 2004 के बाद भर्ती किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर उसके वारिसों को एक्स ग्रेशिया का लाभ देने को मंजूरी दे दी है।
निजी मेडिकल यूनिवर्सिटीज की फीस पर होगा सरकारी नियंत्रण
कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए पंजाब सरकार ने निजी मेडिकल यूनिवर्सिटीज की फीस को नियंत्रित करने का फैसला लिया है। इससे निजी मेडिकल यूनिवर्सिटीज के छात्रों पर फीस के अवांछित बोझ पर लगाम लगेगी। मंत्रिमंडल ने अध्यादेश लाकर 'द पंजाब प्राइवेट हेल्थ साइंसेज एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस (रेगुलेशन ऑफ एडमिशन, फिक्सेशन ऑफ फीस एंड मेकिंग ऑफ रिजर्वेशन) एक्ट-2006' में संशोधन को मंजूरी दी है।
गौरतलब है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सब कमेटी ने इस संशोधन की सिफारिश की थी। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने प्राइवेट मेडिकल यूनिवर्सिटीज को वर्ष 2006 के गठित एक्ट के दायरे में लाने को भी मंजूरी दे दी है।
पटियाला में 'जगत गुरु नानक देव पंजाब राज्य ओपन यूनिवर्सिटी' की स्थापना को मंजूरी
श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व को यादगार बनाने के प्रयासों के तहत मंत्रिमंडल ने पटियाला में 'जगत गुरु नानक देव पंजाब राज्य ओपन यूनिवर्सिटी' की स्थापना को मंजूरी दे दी है। इसके लिए 'जगत गुरु नानक देव पंजाब राज्य ओपन यूनिवर्सिटी एक्ट, 2019' बिल विधानसभा के अगले सत्र में पेश किया जाएगा। विद्यार्थियों के पत्राचार और ऑनलाइन कोर्सों में बढ़ते रुझान और वैश्विक स्तर पर शिक्षा में आ रहे बदलावों के मद्देनजर इस यूनिवर्सिटी की स्थापना का फैसला लिया गया है। प्रवक्ता के अनुसार इस यूनिवर्सिटी की स्थापना का मुख्य उद्देश्य उन विद्यार्थियों के लिए विद्या के मौके उपलब्ध करवाना है, जिनके पास शैक्षिक संस्थानों में रेगुलर पढ़ाई के मौके नाममात्र हैं।
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