रणजी का रोमांच: गोवा ने चंडीगढ़ के जीत के मंसूबों पर फेरा पानी, मैच रहा ड्रा Chandigarh News
112 रन की पार्टनरशिप ने पलटा मैच मैच के चौथे दिन बुधवार को गोवा की टीम ने दो विकेट के नुकसान पर 87 रन से आगे खेलना शुरू किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। गोवा स्थित पुरवोरिम में चंडीगढ़ और गोवा के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के चौथे दिन गोवा के सुमिरन अमोनकर और अमूल्य पंडेरकर की 112 रन की साझेदारी ने को मैच को ड्रा करवा दिया। गोवा की पहली पारी के स्कोर 251 के जवाब में चंडीगढ़ ने सात विकेट पर 580 रन का पहाड़ खड़ा किया था। जबकि गोवा ने दूसरी पारी में छह विकेट के नुकसान पर 253 के स्कोर के साथ मैच को ड्रा किया।
112 रन की पार्टनरशिप ने पलटा मैच मैच के चौथे दिन बुधवार को गोवा की टीम ने दो विकेट के नुकसान पर 87 रन से आगे खेलना शुरू किया। इसके बाद गोवा के बल्लेबाज सुमिरन अमोनकर ओर अमूल्य पांडेरकर ने मैच का रुख पलटना शुरू किया। पहली पारी में शून्य पर आउट हुए सुमरिन ने दूसरी पारी में 192 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद अमूल्य ने भी 172 गेंदों का सामना कर अपना अर्धशतक पूरा किया।
लंच तक चंडीगढ़ के गेंदबाज विकेट के लिए भटकते रहे। दोनों बल्लेबाजों ने करीब 60 ओवर खेल कर 112 रन की साझेदारी रची और चंडीगढ़ के हाथ से मैच खिसकता चला गया। 60 और 64 की पारी खेल पवेलियन लौटे दोनों खिलाड़ी पारी के 85वें ओवर में चंडीगढ़ के गेंदबाजी श्रेष्ठ निरमोही ने अमूल्य पांडेरकर को 60 के निजी स्कोर पर आउट किया। इसके बाद मैदान में गोवा के कप्तान अमित वर्मा उतरे। चंडीगढ़ के गेंदबाजी गुरेंद्र ने अमित वर्मा को छह के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट किया और स्कोर को चार विकेट के नुकसान पर 206 रन ला खड़ा किया। इसके बाद जसकरनदीप ने 96वें ओवर में खतरनाक दिख रहे सुमिरन 64 रन पर आउट किया। अब चंडीगढ़ को जीत के लिए बचे 23 ओवरों में पांच विकेटों की दरकार थी, लेकिन स्नेहल कौथंकर और सुयाश प्रभुदेसाई की जोड़ी ने चंडीगढ़ की टीम को उनके मनसूबों पर कामयाब नहीं होने दिया।
इस जोड़ी ने 18 ओवर में 35 रन की धीमी साझेदारी निभाकर गोवा को निश्चित हार से बचाया। मैच के अंतिम क्षणों में जसकरनदीप ने 60 गेंदों पर सात रन पर खेल रहे सुयाश को आउट किया।गोवा ने अंतिम दिन का खेल खत्म होने तक गोवा ने छह विकेट पर 253 रन बनाए। इसमें स्नेहल कौथंकर ने 73 गेंदों पर 30 रन की पारी खेली।