कूड़ा बीनने वाले जाएंगे बैंगलोर ट्रेनिंग पर
शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम प्रशासक द्वारा अलग-अलग तकनीक अपनाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम प्रशासक द्वारा अलग-अलग तकनीक अपनाई जा रही है। पहले सफाई वालों को इंदौर दौरे पर भेजा गया था और अब कूड़ा बीनने वालों को बेंगलुरु में ट्रेनिंग लेने भेजा जा रहा है। पंचकूला हरियाणा का पहला शहर होगा, जहा के कूड़ा बीनने वाले भी कूड़ा किस प्रकार अलग किया जाता है, उसकी ट्रेनिंग लेंगे। शुक्रवार और शनिवार को इन कूड़ा बीनने वालों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इनके आने-जाने का खर्च वहन किया जाएगा और वहा पर रहने का खर्च इंस्टीच्यूट की ओर से दिया जाएगा। पहले फेस में 10 कूड़ा बीनने वाले एवं एक निगम अधिकारी को ट्रेनिंग पर भेजा जाएगा।
कूड़ा बीनने वालों को गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग करने की ट्रेनिंग देना जरूरी
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करने के लिए ट्रेनिंग देना जरूरी है। इस समय शहर में यह कूड़ा अलग-अलग बहुत कम हो रहा है। हालाकि लोगों को नीले और हरे रंग के कूड़ेदान भी घरों में बाटे गए, लेकिन सेंटर प्वाइंट पर जाकर फिर कूड़ा इक्ट्ठा हो जाता है। इसलिए इन सेंटर प्वाइंट्स पर जो कूड़ा बीनने वाले हैं, उनको यह ट्रेनिंग दी जाएगी, तो सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लाट लगने के बाद यह अलग-अलग करने की नौबत ना आए। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें समझाया जाएगा कि कुछ ऐसा कबाड़ भी होता है, जिसमें बहुत कम मात्रा में सोना और सिल्वर होता है और वह महंगे दाम पर बिकता है। जानकारी का आभाव होने चलते कूड़ा बीनने वाले उसे नाममात्र रेट पर बेच देते हैं। हर सेक्टर से कूड़ा बीनने वालों को यह ट्रेनिंग बैंगलोर में दिलवाई जाएगी। नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल ने बताया कि निगम की ओर से कोशिश की जा रही है कारपोरेट कंपनियों से सीआरएस के तहत इस ट्रेनिंग की फंडिंग करवाई जाए।
इंदौर में सफाई व्यवस्था देखने गए हैं 10 सफाई कर्मी
इन दिनों 10 सफाई कर्मचारियों का एक बैच भी इंदौर में सफाई व्यवस्था देखने के लिए गया हुआ है। जोकि सफाई व्यवस्था को कैसे दुरुस्त किया जाएगा और पंचकूला को स्मार्ट सिटी में शामिल करवाने के लिए किस तरह की सफाई होनी चाहिए, उसकी ट्रेनिंग ले रहा है।
सभी सेक्टरों में लगेंगे अंडरग्राउंड डस्टबीन
अंडरग्राउंड डस्टबीनों को अच्छा रिस्पास मिलने के बाद अब सेक्टर में अंडरग्राउंड डस्टबीन लगाए जाएंगे। पहले 8 अंडरग्राउंड डस्टबीन लग चुके हैं। नए डस्टबीन तीन क्यूबिक के होंगे और जो पुराने कूड़ादान हैं, उन्हें रिपेयर करके पेंट करवाया जाएगा।