पीजीआइ न्यूरोलॉजी के फाउंडर पद्मभूषण प्रो. जगजीत चोपड़ा नहीं रहे
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइ के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के फाउंडर पद्मभूषण प्रो. जगजीत ¨सह चोपड़ा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइ के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के फाउंडर पद्मभूषण प्रो. जगजीत ¨सह चोपड़ा ने शुक्रवार देर शाम अंतिम सांस ली। 84 वर्षीय स्व. प्रो. जगजीत ¨सह का आइसीयू में इलाज चल रहा था। शुक्रवार देर शाम करीब सात बजे उनका निधन हुआ। उनका जन्म लाहौर में हुआ था। वे स्ट्रोक से पीड़ित थे। और पिछले एक महीने से आइसीयू में भर्ती थे। चोपड़ा को पीजीआइ चंडीगढ़ के न्यूरोलॉजी विभाग का संस्थापक पिता भी कहा जाता है। पटियाला के सरकारी मेडिकल कॉलेज से उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने यूके में आगे की पढ़ाई की। वर्ष 1969 में वे यंगेस्ट इंडियन फिजिशियन थे, जिन्हें एफआरसीपी की उपाधि मिली। लंबे अरसे तक उन्होंने पीजीआइ चंडीगढ़ के न्यूरोलॉजी विभाग का काम देखा। इसके अलावा गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज चंडीगढ़ के वे डायरेक्टर प्रिंसिपल के रूप में भी लंबे समय तक कार्यरत रहे। स्व. चोपड़ा को अनुशासन और समय की पाबंदी के लिए याद किया जाएगा। फिलहाल वे सेक्टर-33सी के मकान नंबर 1153 में रह रहे थे। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए 235 वैज्ञानिक पत्र
चोपड़ा ने न्यूरोसाइंस फील्ड में भी अहम योगदान दिया। उनके नाम पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 235 वैज्ञानिक पत्र प्रकाशित हुए। वे न्यूरोलॉजी इन ट्रॉपिक्स नामक पुस्तक के मुख्य संपादक रहे। जिसका दूसरा संस्करण 2015 में प्रकाशित हुआ था। वे इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के संस्थापक अध्यक्ष और न्यूरोसर्जिकल सोसायटी के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। वे पहले भारतीय न्यूरोलॉजिस्ट थे, जिन्हें वर्ष 1989 में नई दिल्ली में आयोजित न्यूरोलॉजी पर वर्ल्ड कांग्रेस का महासचिव चुना गया था। उन्हें मैन ऑफ द ईयर 2001 का पुरस्कार भी मिला था। 2017 में मिला था लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
2007 में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया था। 2008 में राष्ट्रपति द्वारा पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2017 में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। स्व. प्रो जगजीत ¨सह चोपड़ा की आत्मा की शांति के लिए पीजीआइ में निदेशक प्रो. जगत राम की अध्यक्षता में शनिवार को शोकसभा का आयोजन भी किया गया।