पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व DUI प्रोफेसर शंकरजी झा का देहांत
सेक्टर-14 पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित सरकारी आवास में ही देर शाम उन्हें हार्ट अटैक हुआ जिसके बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व डीयूआई और संस्कृत विभाग में प्रोफेसर डॉ शंकर जी झा का रविवार देर शाम हृदय गति रुकने से देहांत हो गया। जानकारी अनुसार सेक्टर-14 पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित सरकारी आवास में ही देर शाम उन्हें हार्ट अटैक हुआ, जिसके बाद उन्हें तुरंत पीजीआई में भर्ती कराया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अचानक डॉ शंकरजी झा की मौत की खबर से पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में शोक की लहर दौड़ गई। प्रोफेसर शंकर जी झा का 30 अप्रैल 2020 को डीयूआई के पद पर दो साल का कार्यकाल खत्म हुआ था।
संस्कृत के जाने-माने प्रोफेसर शंकरजी
पंजाब यूनिवर्सिटी में अपने विभाग से डीयूआई बनने वाले वह पहले प्रोफेसर थी। उनके निधन पर पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति प्रोफेसर राजकुमार, पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन प्रेसिडेंट प्रोफेसर राजेश गिल और पंजाब यूनिवर्सिटी नॉन टीचिंग एसोसिएशन प्रेसिडेंट दीपक कौशिक ने गहरा दुख प्रकट किया है। 1960 में जन्मे शंकरजी का 32 साल से अधिक समय का शैक्षणिक और शोध का अनुभव रहा है। एमए संस्कृत में गोल्ड मेडल पाने वाले डॉ. शंकरजी की देखरेख में 25 शोधार्थियों ने पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उनके शैक्षणिक कार्यकाल में छह किताबें और 25 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध पत्र भी प्रकाशित हुए हैं। अपने मिलनसार स्वभाव के कारण वह सभी के प्रिय रहे। प्रोफेसर राजेश गिल ने कहा कि प्रोफेसर झा का अचानक निधन पंजाब यूनिवर्सिटी के लिए बहुत दुखद है। वह हमेशा दूसरों के लिए रोल मॉडल के तौर पर याद रखें जाएंगे। जानकारी अनुसार प्रोफेसर झा के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे भी हैं।
सेक्टर 25 श्मशानघाट में होगा अंतिम संस्कार
प्रो. शंकर जी झा का अंतिम संस्कार 12 मई मंगलवार को सेक्टर 25 के श्मशानघाट में सुबह 11.15 बजे होगा।
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