देश के चार युद्ध लड़ने वाले पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह नहीं रहे
साल 1962 में चीन भारत की सीमाओं के काफी अंदर तक घुस आया है, केंद्र सरकार को इसकी पहली सूचना देने वाले पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह 18 सितंबर को दुनिया को अलविदा कहा।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : साल 1962 में चीन भारत की सीमाओं के काफी अंदर तक घुस आया है, केंद्र सरकार को इसकी पहली सूचना देने वाले पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह 18 सितंबर को दुनिया को अलविदा कहा। उनका अंतिम संस्कार सेक्टर-25 के शमशान घाट में किया गया, जहा पूरे सैन्य सम्मान के साथ सैकड़ों लोगों ने भारत माता के इस वीर सपूत को अंतिम विदाई थी। वीर चक्र विजेता पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह को उनके बेटे रिटायर्ड विंग कमाडर प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी। इस दौरान चंडीमंदिर हैडक्वाटर के एयर वाइस मार्शल एसके झा, एओसी थ्रीबीआरडी संजीवा सिन्हा और स्टेशन कमाडर 12 विंग के जीपी कैप्टन जीएस माथरू ने पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह को श्रद्धाजंलि दी।
पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह ने नाम से कापता था पाकिस्तान
पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह ने अपनी जॉब के दौरान भारत के लिए चार युद्ध लड़े। उन्होंने साल 1948 में जम्मू -कश्मीर आप्रेशन, साल 1962 में चीन के साथ, साल 1965 में और साल 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध लड़ा। इन युद्धों में उन्होंने अपने पराक्त्रम से दुश्मन सेना के कई टैंकों का उड़ाया। सैन्य अधिकारी ने नाम नहीं छापने पर बताया कि रणधीर सिंह इतने बहादुर थे कि पाकिस्तान आर्मी उनके नाम से थर-थर कापती थी। उन्होंने अपने कार्याकाल सेना के कई सीक्त्रेट मिशन को अंजाम दिया।
1942 में कमिशन पास कर ज्वाइन की थी ब्रिटिश आर्मी
97 साल के पूर्व एयर मार्शल रणधीर सिंह का जन्म 1 जनवरी, 1922 को हुआ था। उन्होंने 21 दिंसबर 1942 को कमीशन पास कर ब्रिटिश सेना ज्वाइन की थी। इस दौरान उन्होंने सेना में रहते हुए 1962, सन 1965 और सन 1971 की लड़ाई में हिस्सा लिया था। वह 23 सिंतवर 1976 से एक्टिंग एयर मार्शल और 1 अक्टूबर 1978 से एयर मार्शल और 30 सितंबर 1976 से सीएंडसी रहे। एयर मार्शल रणधीर सिंह 30 अप्रैल 1978 को सेवानिवृत हुए थे। इसके बाद भी वह देश सेवा से जुड़े कायरें के लिए हमेशा समर्पित रहे।