फॉरेस्ट एरिया में कब्जे पर हरकत में प्रशासन, सूची हो रही तैयार
अब ज्यादा दिन वहां नहीं टिक सकेंगे।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : फॉरेस्ट एरिया में कब्जा कर रहने वाले अब ज्यादा दिन वहां नहीं टिक सकेंगे। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी प्रशासन ने कर ली है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट शहर के अलग-अलग हिस्सों में हुए ऐसे कब्जों पर रिपोर्ट तैयार कर रहा है। सर्वे के बाद यह रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जहां तक चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट के दायरे में कार्रवाई को सकती है, वह होगी। इसके बाद जरूरत पड़ने पर रिपोर्ट तैयार होने के बाद एस्टेट ऑफिस को इन कब्जों को हटाने के लिए लिखा जाएगा। फॉरेस्ट और एस्टेट ऑफिस की ज्वाइंट टीम भी इन कब्जों को हटाने के लिए अभियान चलाएगी। चंडीगढ़ के 40 प्रतिशत हिस्से में फॉरेस्ट है। कई जगह तो घना जंगल है। लेकिन धनास जैसे कई एरिया ऐसे हैं, जहां खूब लकड़ी चोरी होती है, अब यहां यह फॉरेस्ट बर्बाद हो रहा है। इसके अलावा सेक्टर-39, 40 और सुखना के कैचमेंट एरिया में भी काफी कब्जे हैं। कई जगह तो पक्की कंस्ट्रक्शन तक हो गई है। जबकि काफी जगह झुग्गी-झोपड़ी में लोग रह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कई जगह तो इन झुग्गियों में बिजली के कनेक्शन तक मिले हुए हैं। अब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट इन सबको लेकर हरकत में आ गया है। अवैध तौर पर कब्जा कर रह रहे इन लोगों को यहां से खदेड़ने की तैयारी हो गई है। फॉरेस्ट की जमीन पर बस गई चार नंबर कॉलोनी
चंडीगढ़ देश के ऐसे शहरों में से एक है, जहां मॉडर्न आर्किटेक्चरल वर्क के साथ ही 40 प्रतिशत एरिया में फॉरेस्ट भी है। फॉरेस्ट एरिया इतना ज्यादा है कि लोग कई जगह इसकी आड़ में गलत कामों को अंजाम दे रहे हैं। कई जगह यह नशेड़ियों का अड्डा भी बने हैं। खासकर स्लम एरिया इसी जमीन पर डेवलप होता है। इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित चार नंबर कॉलोनी फॉरेस्ट की जमीन पर ही बसी है। इक्का-दुक्का झोपड़ी से सिलसिला शुरू होकर 2 हजार से भी ज्यादा झुग्गियों तक पहुंच गया है। अब इन्हीं झुग्गीवासियों को मलोया में चंडीगढ़ हाउ¨सग बोर्ड द्वारा तैयार किए गए फ्लैट अलॉट किए जाने हैं। जैसे ही यह कॉलोनी यहां से शिफ्ट हो जाएगी, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट अपनी जमीन पर कब्जा ले लेगा। चार नंबर कॉलोनी जैसा कब्जा आगे कहीं न हो, इसलिए अब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट कब्जों को हटाने की तैयारी शुरू कर चुका है।