सोलर पैनल से बिजली बचाकर पैसा कमाएंगे किसान
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : किसान अभी तक सोलर पैनल से बनी बिजली को मोटर चलाने में इस्तेमाल करते हैं
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : किसान अभी तक सोलर पैनल से बनी बिजली को मोटर चलाने में इस्तेमाल करते हैं। जिससे पानी खेतों में जाता है। तकनीक मॉइश्चर सेंसर तक पहुंच गई है, जहां ये पता चल जाता है कि खेतों को पर्याप्त पानी मिल चुका है। मगर इसके बाद क्या, किसान केवल मोटर बंद कर देते हैं और सोलर पैनल से मिलने वाली बिजली यूं ही रहती है। अब इसे बिजली से किसान की अतिरिक्त आय बनाने की अनूठी शुरुआत कर रहे हैं आइआइटी रोपड़ के स्टूडेट्स। परेड ग्राउंड-17 में चल रहे एग्रो टेक इंडिया-18 में किसानों के लिए ये स्टूडेट्स इस तकनीक को लेकर पहुंचे। किसानों के लिए डिजाइन करना चाहते थे फ्यूचर मशीन
आइआइटी रोपड़ के रिसर्च स्कॉलर अमोल गेदाम ने कहा कि उन्होंने अपने सहपाठी सतीश सैनी और रिसर्च स्कॉलर साहिल शर्मा के साथ मिलकर इस इनवर्टर को डिजाइन किया है। जिसमें कॉलेज के ही प्रोफेसर डॉ. केपी शेखर और वैभव कुमार गुप्ता ने मदद की। इसमें हमने किसान को भविष्य में बेहतर आय के लिए कुछ डिजाइन करने की सोची। जिसमें सोलर पैनल से मिलने वाली बिजली को ही सरकार को बेचने का प्लान बनाया। इसके तहत हमने एक इनवर्टर बनाया, जो सोलर पैनल, और माइश्चर सेंसर से जुड़ा होगा। खेतों में पानी डालने के लिए जब सोलर पैनल द्वारा पंप को चलाया जाएगा, तो खेतों में पानी की मात्रा पूरी होने पर सेंसर अपने आप संदेश भेजेगा। जिसके बाद मोटर बंद कर दी जाएगी। इसके बाद कितनी अतिरिक्त बिजली बची है और क्या इसे आगे ग्रिड में भेजा जाए, इसके लिए एक मैसेज किसान के फोन में आएगा। अगर वो हां करता है, तो ये सीधा ग्रिड में चली जाएगी। जितने वाट बिजली जाएगी, उसी अनुरूप पैसे किसान को मिलेंगे। अमल में लाने के लिए पंजाब सरकार से चल रही है बातचीत
अमोल ने कहा कि इस तकनीक के लिए हमें एक सेटअप भी तैयार करना होगा। जिससे मैनेजमेट सेटर बनाया जाए, जो बिजली के लिए जरूरी संदेश किसानों तक पहुंचाए। इसका एक कामयाब ट्रायल भी किया जा चुका है, और भविष्य में पंजाब सरकार जल्द ही इसको लागू करने की सोचेगी। 3 से 5 लाख में लगेगा पूरा सेटअप
अमोल ने कहा कि किसानों को सोलर पैनल से लेकर पंप, इनवर्टर और पूरा सेटअप की कीमत 3-5 लाख रुपये लगेगी। जिसकी 25 वर्ष की वारंटी रहेगी। एक साल में 7560 यूनिट पावर दे सकते हैं किसान
अमोल ने कहा कि किसानों के पास काफी मात्रा में बिजली रहती है। इसमें वो 5 एचपी पंप सिस्टम इस्तेमाल में लाते हैं, तो वो सालाना 7560 यूनिट बिजली को बचाकर इसे सरकार को बेच सकते हैं। इसकी कीमत सालाना 62,000 रुपये रहेगी। किसान चाहे तो ज्यादा बड़े सोलर सिस्टम को लगाकर ज्यादा पैसा भी कमा सकते हैं।